पशुओं और खुद को हीट स्ट्रोक (Heat Stroke) से कैसे बचाएं

अविकानगर : केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर के निदेशक डा. अरुण कुमार तोमर ने अधिक गरमी एवं हीट स्ट्रोक के चलते संस्थान के भेड़बकरी के सैक्टर पर काम कर रहे कर्मचारियों की मीटिंग ले कर पशुओं और चरवाहों को अधिक तापमान के आघात से बचाव के लिए जरूरी सुझाव के साथ अधिक गरमी में सुबह एवं शाम के ठंडे समय में पशुओं को फील्ड में चराने के लिए भी सुझाव दिया. उन्होंने दोपहर 11 बजे से ले कर 3 बजे तक पशुओं को घने पेड़ की छांव में आराम करने के साथ एक घंटे के अंतराल पर ठंडा पानी पिलाने का निर्देश दिया. इस के अलावा रात में पशुओं को खुले आसमान के नीचे रखने के निर्देश दिए.

निदेशक डा. अरुण कुमार तोमर द्वारा चारा, दाना एवं आवास प्रबंधन पर जरूरी बातों का पालन करने के लिए निर्देशित किया गया. उन्होंने अंत में अविकानगर संस्थान में पेड़पौधे एवं पशुओं का इस गरमी के मौसम में विशेष सावधानी रखने के लिए सभी को निर्देशित किया, जिस से प्रतिकूल वातावरण से आदमी एवं पशुओं को बचाया जा सके.
उन्होंने सभी सैक्टर पर कार्यरत कर्मचारियों से रोजाना की गतिविधियों की प्रगति रिपोर्ट लेते हुए बताई बातों के पालन पर जोर दिया. साथ ही, निदेशक ने सभी प्रभारियों को पशुपक्षियों के लिए भी पानी के साथ दाने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया.

मीटिंग में डा. अमर सिंह मीना, डा. रणजीत गोदारा, डा. सृष्टि सोनी, आरके मीना, योगीराज मीना, सुरेंद्र राजपूत, जगदीश गुर्जर, सुनील लड्डा विभिन्न सैक्टर पर कार्यरत स्टाफ उपस्थित रहे.

प्राणि उद्यानों और अभ्यारण्यों में हीट वेव एक्शन प्लान का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में हीट वेव (लू) की स्थिति की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश दिए. उन्होंने कहा कि विगत कुछ दिनों से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में भीषण गरमी और लू का प्रकोप देखा जा रहा है. ऐसी स्थिति में आमजन, पशुधन एवं वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए प्रत्येक स्तर पर पुख्ता इंतजाम किए जाएं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हीट वेव (लू) के लक्षणों और उस से बचाव के लिए आमजन को जागरूक किया जाए. बीमारी की स्थिति में हर किसी को तत्काल चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराएं. अस्पतालों और मैडिकल कालेजों में हीट वेव से प्रभावित लोगों का तत्काल इलाज किया जाए. राहत आयुक्त कार्यालय के स्तर से मौसम पूर्वानुमान का दैनिक बुलेटिन जारी किया जाए.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि सड़कों पर नियमित रूप से पानी का छिड़काव कराया जाए, पानी की कमी से अत्यधिक प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से जलापूर्ति सुनिश्चित कराई जाए, शहरों में पेयजल की आपूर्ति निर्धारित रोस्टर के अनुरूप की जाए. सभी हैंड पंप को क्रियाशील रखा जाए एवं ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं का सुचारु संचालन किया जाए.

उन्होंने कहा कि भीषण गरमी के बीच पशुधन और वन्य जीवों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाना आवश्यक है. सभी प्राणि उद्यानों और अभ्यारण्यों में हीट वेव एक्शन प्लान का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए. पशुओं को हीट वेव की स्थिति में सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम हों, गोशालाओं में पशुधन के चारे और पानी की उचित व्यवस्था हो.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तेज गरमी का मौसम है एवं लू चल रही है. ऐसे में गांव हो या शहर, कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती न हो. जरूरत हो तो अतिरिक्त बिजली खरीदने की व्यवस्था करें. ट्रांसफार्मर जलने अथवा बिजली के तार टूटने जैसी समस्याओं का बिना देरी निस्तारण किया जाए.

इस अवसर पर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव वन मनोज सिंह, अपर मुख्य सचिव राजस्व सुधीर गर्ग, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार एवं राहत आयुक्त प्रभु नारायण सिंह उपस्थित थे.