Workshop : भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, हवालबाग, अल्मोड़ा में प्याज एवं लहसुन पर अखिल भारतीय नैटवर्क अनुसंधान परियोजना की 16वीं सालाना कार्यशाला का शुभारंभ अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना (एआईओनआरपीओजी) के अंतर्गत किया गया. इस कार्यशाला के मुख्‍य अतिथि अजय टम्‍टा, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री ने अपने संबोधन में संस्थान के निदेशक एवं सभी वैज्ञानिकों को कृषि क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियों के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला में देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए वैज्ञानिक अपने अनुभवों को साझा करेंगे.

मंत्री अजय टम्टा ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशन में 29 मई से 12 जून, 2025 तक चलने वाली ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान : अनुसंधान किसान के द्वार’ कार्यक्रम में किसानों से अधिक से अधिक संख्या में भागीदारी कर कार्यक्रम को सफल बनाने का आह्वान किया.

इस कार्यशाला के अध्यक्ष डा. संजय कुमार सिंह, उपमहानिदेशक (बागबानी विज्ञान), भाकृअनुप ने बताया कि कार्यशाला के दौरान 3 साल के लिए बनाए जाने वाले इस कार्यक्रम में ‘किसानों को कैसे आगे बढ़ाया जाए’ विषय पर गहन चर्चा की जाएगी. उन के मुताबिक, देवभूमि में ऐसी क्षमता है कि यहां बेमौसमी एवं दुर्लभ सब्‍जी उत्‍पादन कर अत्यधिक लाभ लिया जा सकता है.

उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि हमारा देश आज प्याज एवं लहसुन की उत्पादकता में दूसरे स्थान पर है. यदि युवा तबका इस की खेती अच्छी क्वालिटी के बीज, तकनीकी एवं आधुनिक तरीका अपना कर करें, तो कम लागत पर अधिक मुनाफा ले सकते हैं.

इस से पूर्व संस्थान के निदेशक डा. लक्ष्‍मी कांत ने संस्थान की उपलब्धियां भी बताईं. उन्होंने कहा कि संस्थान द्वारा ही प्याज की पहली संकर किस्म वीएल प्‍याज 67 का विकास किया गया. उन्होंने बताया कि संस्थान द्वारा प्याज की 2 एवं लहसुन की 2 किस्मों का विकास कर उन्हें अधिसूचित किया गया और प्याज की 1 व लहसुन की 2 किस्मों का व्यावसायीकरण भी किया गया है.

इस दौरान डा. विजय महाजन, निदेशक, प्याज एवं लहसुन अनुसंधान निदेशालय, पुणे ने अखिल भारतीय प्याज एवं लहसुन परियोजना की सालाना उपलब्धियों से सभी को अवगत कराया.

इस संस्थान के 3 प्रकाशनों बुलबिल ऐज प्लांटिंग मैटिरियल: नोवल अप्रोच टू कल्‍टीवेट लौग डे गार्लिक इन नौर्थ वैस्‍टर्न हिमालयाज, पर्वतीय क्षेत्रों में प्‍याज का बीजोत्‍पादन एवं पर्वतीय इलाकों में लहसुन का बीज उत्पादन और प्याज एवं लहसुन अनुसंधान निदेशालय की पुस्तिका गाइडलाइंस फौर आइडेंटिफिकेशन औफ औनियन एंड गार्लिक वैरायटी/हाइब्रिड इवैल्‍यूएटेड अंडर एआईएनपीओआरजी फौर रिलीज का भी विमोचन किया गया.

प्रगतिशील किसानों को कार्यशाला के दौरान किया गया सम्मानित

इस अवसर पर अजय वर्मा, महापौर, अल्‍मोड़ा, डा. सुधाकर पांडे, सहायक महानिदेशक (बागबानी संभाग), भाकृअप, डा. केई लवांडे, पूर्व कुलपति, डा. बीएसकेकेवी, जलगांव एवं पूर्व निदेशक डीओजीआर, पुणे, डा. प्रवीण मलिक, सीईओ, एग्रीइनोवेट, नई दिल्‍ली, डा. संजय कुमार, डा. बीएस पाल, डा. विक्रमादित्य पांडे, डा. बीएस तोमर, डा. पीके गुप्ता एवं देश के विभिन्‍न संस्‍थानों और कृषि विश्वविद्यालयों के 70 से भी अधिक लोग उपस्थित रहे.

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