Potato: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 24 जून, 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के सिंगरा में अंतर्राष्ट्रीय आलू (Potato) केंद्र के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना की मंजूरी को एक महत्वपूर्ण कदम बताया है.
पिछले दिनों दिल्ली में मीडिया से बातचीत में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गेहूं और चावल के बाद उपभोग के लिहाज से आलू का तीसरा स्थान है. चीन के बाद भारत आलू उत्पादन में दूसरे नंबर पर है. आलू प्रमुख फसल भी है और खाद्य सुरक्षा के लिहाज से भी बेहद जरूरी है, लेकिन भारत में ज्यादातर आलू की टेबल वैरायटी का उत्पादन होता है, जबकि निर्यात बाजार में प्रोसैस करने योग्य किस्मों की मांग अधिक होती है. इस में जर्म प्लाज्म का भंडार होगा, जिस का उपयोग कर के अधिक उत्पादकता वाले बीज तैयार किए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा ऐसी नई किस्मों के उत्पादन का कार्य किया जाएगा जो जलवायु अनुकूल हों और गर्मी, रोगों और कीटों जैसी अन्य विभिन्न समस्याओं से लड़ने में सक्षम हो. इस केंद्र के माध्यम से बायोफोर्टिफाईड किस्मों के विकास पर भी बल दिया जाएगा. साथ ही, आलू की ऐसी वैरायटी बनाने पर भी जोर होगा, जिसे मुधमेह के मरीज भी खा सके.
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वर्तमान में, आलू का ज्यादातर उत्पादन उत्तर भारतीय राज्यों में होता है और विंध्य पर्वत श्रृंखला के दक्षिण में उत्पादन बहुत कम है, इसलिए इस केंद्र के माध्यम से विभिन्न कृषि जलवायु क्षेत्रों के अनुसार आलू की किस्मों के विकास पर भी ध्यान दिया जाएगा. अभी देश में 34 फीसदी आलू का उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है, जिस में आगरा व आसपास के क्षेत्र प्रमुख है, इसलिए आगरा में इस केंद्र की स्थापना का निर्णय लिया गया है.
उन्होंने आगे यह भी बताया कि केवल आलू ही नहीं बल्कि, अन्य कंदीय फसलों जैसे शकरकंद उस के भी क्वालिटी से भरपूर उत्पादन की दिशा में कार्य किया जाएगा. इस के लिए एक समन्वय समिति का भी गठन किया जाएगा, जिस में भारत सरकार के कृषि सचिव व भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक शामिल रहेंगे.
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि केंद्र के माध्यम से जो भी वैरायटी तैयार की जाएगी, उस पर भारत सरकार का अधिकार होगा. सभी वैरायटी पर हमारा नियंत्रण रहेगा.