भारत में धान की सब से ज्यादा पैदावार होती है. धान में ही सब से ज्यादा प्रजातियां मिलती हैं. हर क्षेत्र में अलग किस्म का धान होता है. धान से ही चावल बनता है जो भारत में खाने का अहम हिस्सा है.

दक्षिण भारत के कई राज्यों और पश्चिम बंगाल, ओडिशा में चावल ही मुख्य भोजन है. धान भी वहीं सब से ज्यादा पाया जाता है जहां पर पानी ज्यादा होता है. खाने के अलावा धान के अलगअलग इस्तेमाल हैं. चावल से आटा तैयार कर के इस के मीठे लड्डू बनते हैं.

चावल की सब से ज्यादा पसंद की जाने वाली नमकीन कचरी होती है. इस को नाश्ते और नमकीन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. इस को सालभर रखने के लिए किसी विशेष एहतियात की जरूरत नहीं होती है, बस केवल नमी से बचाने की जरूरत होती है. जब खाने में कचरी का इस्तेमाल करना हो तो केवल इसे फ्राई करना होता है. यह दूसरी किसी भी नमकीन के मुकाबले हैल्दी, टेस्टी और कुरकुरी होती है.

चावल की कुरकुरी कचरी (Crispy Rice Kachari)

ऐसे बनाएं कचरी

सब से पहले चावलों को अच्छी तरह से धो लें. उस के बाद उसे 2 दिन के लिए पानी में भिगो कर रखें. 2 दिन बाद सारा पानी निकाल दें. 5 लिटर पानी में से ही थोड़ाथोड़ा पानी डालते हुए चावलों को मिक्सर जार में बारीक पीस लें.

अब एक भारी तले के बड़े बरतन में पिसा चावल का पेस्ट और बाकी बचा हुआ सारा पानी डाल कर अच्छे से मिलाएं और तेज आंच पर रखें. लगातार चलाते हुए गाढ़ा होने या लेई जैसा बनने तक पकाएं. जैसे ही मिश्रण गाढ़ा होने लगे, नमक मिलाएं और अच्छे से मिक्स करें. बरतन को ढक कर धीमी आंच पर 15 मिनट तक पकाएं.

गैस बंद करें और मिश्रण को 10-15 मिनट के लिए हलका ठंडा होने दें. उस के बाद किसी पौलीथिन पर अपने हाथों की मदद से थोड़ीथोड़ी दूरी पर बडि़यों के आकार में डालते जाएं. इन तैयार बडि़यों या कचरियों को 3 दिन तक कड़क धूप में सुखाएं.

बस, आप की चावल की कचरी तैयार है. जब भी आप को खानी हो, गरम तेल में तलें और इन का आनंद लें. इस को आप महीनों तक स्टोर कर के रख सकते हैं.

1 किलोग्राम चावल में 1 किलोग्राम कचरी बन कर तैयार होती है. इस में आने वाला खर्च चावल की क्वालिटी पर निर्भर करता है. अच्छे से अच्छा चावल बाजार में 30 से 50 रुपए प्रति किलोग्राम की कीमत पर मिलता है.

वैसे, कचरी बनाने में मोटे चावल का इस्तेमाल किया जाता है. यह 20 से 30 रुपए प्रति किलोग्राम मिलता है. कचरी का बाजार में मूल्य 250 रुपए प्रति किलोग्राम तक होता है. यह चावल की कचरियां बनाने का काम गांव व शहरों में अतिरिक्त आमदनी का एक अच्छा जरीया बन सकती है.

कचरी बनाने की सामग्री

कचरी बनाने के लिए 1 किलोग्राम चावल, 5 लिटर पानी (जितना चावल हो, उस का 5 गुना पानी), नमक स्वादानुसार इस्तेमाल करें. कचरी को पकाने में आधा घंटा समय लगता है. इस के बाद इस को सूखने के लिए रखा जाता है. कड़क धूप में 3 दिन रखने पर यह सूख जाती है.

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