देश में फूल पैदा करने वाले किसानों के लिए सूखे फूलों का कारोबार फायदेमंद साबित हो सकता है, क्योंकि विदेशों में सूखे फूलों की खासी मांग है. उन्हें अनेक तरह की सजावट के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
फूलों को सुखाने के लिए अनेक तरीके हैं, लेकिन इस काम को आधुनिक यंत्रों के जरीए किया जाए तो अच्छे नतीजे मिलते हैं. पारंपरिक तरीके से सुखाए गए फूल अपनी कसौटी पर खरे नहीं उतरते, वे या तो बेडौल हो जाते हैं, रंग में भी हलकापन आ जाता.
आधुनिक तकनीक से फूलों को सुखाने के लिए सोलर ड्रायर का इस्तेमाल किया जा सकता है.
सोलर ड्रायर यंत्र
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली के वैज्ञानिक डा. पीके शर्मा के अनुसार, सोलर ड्रायर फूलों को सुखाने का एक आधुनिक यंत्र है. इस के इस्तेमाल से फूलों के रंग और आकार की गुणवत्ता बनी रहती है, जबकि धूप में सुखाए गए फूलों की गुणवत्ता में कमी आ जाती है, क्योंकि बाहरी वातावरण में उतारचढ़ाव होता रहता है, जबकि इस सोलर ड्रायर में तकनीकी रूप से उचित तापमान बना रहता है. इस में फूलों को सुखाने की दर 65 से 70 फीसदी तक ज्यादा पाई गई है.
सोलर ड्रायर की बनावट
फूलों को सुखाने वाला यह यंत्र जस्ते की परत वाली लोहे की चादर, हलके स्टील, लोहे के एंगल, जाली आदि से बनाया हुआ है.
ड्रायर में 2 चैंबर होते हैं, एक हीटिंग चैंबर और दूसरा ड्राइंग चैंबर. ड्राइंग चैंबर में फूलों के भंडारण के लिए 4 भाग बनाए गए हैं और ड्रायर का कुल भंडारण 3.4 वर्गमीटर है.
ड्रायर को ढकने के लिए कांच की शीट लगाई गई है, जिस के द्वारा सूरज की रोशनी अंदर जा कर गरमी पैदा कर सके और इस ड्रायर के अंदरूनी हिस्से को काले रंग से रंग दिया गया है, जिस से वह ज्यादा से ज्यादा गरमी ले सके.