डूंगरपुर : कृषि विज्ञान केंद्र, डूंगरपुर एवं सुपारी व मसाला विकास निदेशालय, कालीकट, केरल द्वारा संयुक्त रूप से ‘बीजीय मसाला फसलों की उन्नत उत्पादन तकनीक’ पर एकदिवसीय कृषक प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केंद्र, फलोज, डूंगरपुर में आयोजित किया गया.

इस प्रशिक्षण में केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं आचार्य डा. सीएम बलाई ने किसानों को बीजीय मसालों की खेती कर के अधिक आर्थिक लाभ कमाने के लिए प्रेरित किया. डा. सीएम बलाई ने अपने उद्बोधन में कहा कि बीजीय मसालों के उत्पादन से किसान अधिक लाभ कमा सकते हैं.

सहायक आचार्य एवं परियोजना प्रभारी डा. अभय दशोरा ने परियोजना के उद्देश्य बताते हुए मसाला फसलों की उन्नत किस्मों की जानकारी किसानों को दी. उपनिदेशक परेश कुमार पंड्या, उद्यान विभाग ने किसानों को राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी.

केंद्र के सहआचार्य डा. बीएल रोत ने बीजीय मसाला फसलों में संभावित रोग एवं कीट प्रबंधन पर विस्तृत जानकारी दी.

सहआचार्य डा. दीपक राजपुरोहित, प्रौद्योगिकी एवं अभियांत्रिकी महाविद्यालय, उदयपुर ने बीजीय मसाला फसलों के मूल्य संवर्धन पर जानकारी दी.

उन्होंने मसाला फसलों में प्रयुक्त आधुनिक तकनीकी एवं विभिन्न मशीनों के उपयोग की जानकारी दी.

परियोजना के सहप्रभारी डा. बीजी छीपा ने किसानों को मसालों के विभिन्न उत्पादों में उपयोग एवं औषधीय गुणों की जानकारी दी. इस प्रशिक्षण में कुल 50 प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया. किसानों को मसाला फसलों पर प्रकाशित साहित्य एवं प्रशिक्षण किट आदि वितरित किए गए.

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