केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित अमित शाह ने कहा कि राष्ट्रीय सहकारी डेटाबेस बनाने का 95 फीसदी काम पूरा हो चुका है. हम एक नई कोऔपरेटिव पौलिसी भी ले कर आ रहे हैं, हम कोऔपरेटिव यूनिवर्सिटी भी बना रहे हैं, जिस के माध्यम से कोऔपरेटिव और इस के सभी ऐक्सटेंशंस की तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था भी इस के साथ जुड़ जाएगी.

उन्होंने आगे कहा कि पी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 नई मल्टीस्टेट कोऔपरेटिव सोसायटी बनाने का काम किया है. बहुराज्यीय और्गेनिक प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग के लिए एक सोसायटी बनाई है, जो प्राकृतिक खेती के उत्पादों की मार्केटिंग भारत ब्रांड के साथ कर इस का पूरा मुनाफा किसान के खाते में भेजने का काम सुनिश्चित करेगी. इसी प्रकार, छोटे किसान बीज उत्पादन नहीं कर पाते हैं, लेकिन अब छोटे किसान भी, जिन के पास कम भूमि है, बीज उत्पादन कर सकेंगे और ये सोसायटी उन के बीज ले कर उसे सर्टिफिकेट देगी और अपने ब्रांड के साथ भारत और विश्व के बाजार में बेचेगी.

उन्होंने आगे यह भी कहा कि इन तीनों मल्टीस्टेट कोऔपरेटिव सोसायटी के माध्यम से देशभर के 10 करोड़ से ज्यादा किसानों के जीवनस्तर में सुधार आएगा और ये सोसायटी आने वाले दिनों में देश के करोड़ों किसानों की समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करेंगी.

किसानों पर टैक्स नहीं

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि पहले कोऔपरेटिव के साथ सौतेला व्यवहार होता था, लेकिन कोऔपरेटिव के साथ होने वाले सौतेला व्यवहार खत्म हो गया है.

उन्होंने आगे कहा कि आज कारपोरेट के लिए जो व्यवस्था है, वो सभी कोऔपरेटिव्स के लिए भी हैं.

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