उदयपुर: 3 जून, नव-गठित जिला सलूम्बर के  गांव - घाटी में  महंगाई राहत कैम्प कार्यक्रम में  महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय उदयपुर  के वैज्ञानिकों द्वारा भाग लिया गया. इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि  रघुवीरसिंह मीणा, पूर्व सांसद, उदयपुर पधारे और उन्होंने  ग्रामीणों से राजकीय योजनाओं का अधिक से अधिक उपयोग लेने का आव्हान किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला सलूंबर के विशेष अधिकारी प्रतापसिंह ने की.

विशिष्ट अतिथि के तौर पर  सुरेन्द्र पाटीदार उपखंड अधिकारी सलूम्बर ने सरकार द्वारा चलाई जा रही लोक कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान की गई. इस अवसर पर जगदीश भण्डारी, सदस्य प्रबंधन मंडल , महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर ने ग्रामीणों को राज्य सरकार की 9 योजनाओ के बारे मे जानकारी दी तथा इन्होंने बताया कि कैम्प में महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर को भी भाग लेने का अवसर प्रदान किया गया.

विश्व विद्यालय के अनुसूचित जाति उपयोजना के तहत 50 किसानो को घर के पिछवाड़े मुर्गीपालन हेतु प्रतापधन नस्ल के प्रत्येक किसान को 20-20 चूजे वितरित किए गये.जनजाति उपयोजना में  50 किसानो को चयनित किया गया जो कि पशुधन रखते हैं. उन किसानो को 5-5 किलोग्राम खनिज लवण का वितरण किया गया. पशुऊर्जा के उपयोग पर अखिल भारतीय समन्वयक अनुसंधान परियोजना के अंतर्गत बैल चलित उपकरणों को जोतने हेतु 25 किसानों को लकड़ी के उन्नत जुड़े वितरीत किये गये. जिससे बैलों की उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी होती हैं,  कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा 350 उन्नत किस्म के फल वृक्षों जैसे आम, अमरूद, नीम्बू, कटहल इत्यादि के पौधे वितरण किये गये.

जगदीश भण्डारी ने किसानों को आव्हान किया कि अपनी खेती को लाभकारी बनाने के लिये कृषि विज्ञान केन्द्र एवं कृषि विश्वविद्यालय द्वारा चलाई जा रही योजनाओ का लाभ लेवें. कृषि विज्ञान केन्द्र, वल्लभनगर के प्रधान वैज्ञानिक डा० आर० एल. सोनी ने केन्द्र की लोक कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान की. कृषि विश्वविद्यालय के डॉ. अमित विश्नोई  ने पशुपालन विभाग की योजनाओ की जानकारी प्रदान की एवं  खनिज लवण की उपयोगिता और महत्व के बारे में जानकारी दी और भविष्य में कृषि विश्वविद्यालय किसानों को नई योजनाओं के साथ कदम से कदम मिलाकर हमेशा अग्र पंक्ति में किसानो का नेतृत्व करता रहेगा। कार्यक्रम के समापन पर घाटी पंचायत के सरपंच श्री देवीलाल जी मीणा ने सबका आभार व्यक्त किया एवं भविष्य में कृषि विश्वविद्यालय के साथ कार्य करने के लिए उत्सुकता व्यक्त की.

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