Climate : क्षेत्रीय अनुसंधान एवं प्रसार सलाहकार समिति संभाग चतुर्थ ‘अ’ की बैठक अनुसंधान निदेशालय के सभागार में निदेशक अनुसंधान, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर की अध्यक्षता में 25 सितंबर, 2025 को कृषि अनुसंधान केंद्र, अनुसंधान निदेशालय, उदयपुर में आयोजित की गई.

डा. अरविंद वर्मा, निदेशक अनुसंधान, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले साल में विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा कुल 49 तकनीकी अनुशंषाएं दी गईं और मक्का, औषधीय फसलें, मूंगफली, ज्वार की नवीन किस्में अधिसूचित की गईं जो कि विश्वविद्यालय में उत्कृष्ट अनुसंधान कार्य की परिचायक है.

डा. अरविंद वर्मा ने कहा कि वर्तमान में मौसम (Climate) परिवर्तन के अनुरूप किस्मों का विकास आवश्यक है और प्राकृतिक खेती पर जोर दिया, ताकि जनमानस को रसायनमुक्त खाद्य एवं स्वस्थ्य पोषण प्राप्त हो सकें.

डा. आरएल सोनी, निदेशक, प्रसार शिक्षा निदेशालय ने कहा कि वर्तमान में राजस्थान विभिन्न फसलों के उत्पादन में महत्त्वपूर्ण स्थान रखता है. साथ ही, उन्होंने प्राकृतिक खेती और दूसरी आधुनिक तकनीकियों को अपनाते हुए उत्पादन को बढ़ा कर किसानों को लाभान्वित करने पर जोर दिया.

डा. मनोज महला, राजस्थान कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता एवं निदेशक, छात्र कल्याण अधिकारी ने राज्य में उत्कृष्ट गुणवत्ता की पादप सामग्री उपलब्ध कराने के लिए गुणवत्ता नर्सरियों की आवश्यकता पर जोर दिया.

बैठक की शुरुआत में विनोद कुमार जैन, संयुक्त निदेशक कृषि विभाग, भीलवाड़ा ने गत रबी में वर्षा का वितरण, बोई गई विभिन्न फसलों के क्षेत्र और उन की उत्पादकता के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने संभाग में विभिन्न फसलों में रबी 2024 के दौरान आई समस्याओं को प्रस्तुत किया और अनुरोध किया कि वैज्ञानिकगण इन के समाधान हेतु उपाय सुझाएं. साथ ही, उन्होंने कृषकों की आमदनी बढ़ाने हेतु उन्नत बीज, वैज्ञानिक एवं प्रसार अधिकारियों द्वारा तकनीकियों का प्रसार, फसल विविधिकरण एवं मूल्य संवर्धित उत्पाद के बारे में बताया.

क्षेत्रीय अनुसंधान निदेशक डा. अमित त्रिवेदी ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय में चल रही विभिन्न परियोजनाओं की जानकारी दी और कृषि संभाग चतुर्थ ‘अ‘ की कृषि जलवायु परिस्थितियों और नई अनुसंधान तकनीकों के बारे में प्रकाश डाला.

डा. अमित त्रिवेदी ने संभाग की विभिन्न फसलों में आ रही समस्याओं के निराकरण हेतु प्रतिवेदन प्रस्तुत किया.

बैठक में महेश चेजारा, संयुक्त निदेशक उद्यान, भीलवाड़ा, डा. ओपी शर्मा, उपनिदेशक, चित्तौड़गढ़, रमेश आमेटा, कृषि अनुसंधान अधिकारी, चितौड़गढ़, पीसी वर्मा, परियोजना निदेशक, आत्मा, चितौड़गढ़ और डा. रविकांत शर्मा, उपनिदेशक, अनुसंधान निदेशालय, उदयपुर उपस्थित थे.

इस बैठक में विभिन्न वैज्ञानिकों व अधिकारियों द्वारा गत रबी में किए गए अनुसंधान और विस्तार कार्यो का प्रस्तुतीकरण किया गया और किसानों को अपनाने हेतु सिफारिशें जारी की गईं.

अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें...