हिसार : यह प्रशिक्षण विश्वविद्यालय सहित अन्य शिक्षण संस्थानों में कार्यरत लेखाकार एवं तकनीकी कर्मचारियों को वित्तीय संबंधित तमाम कार्यों व उन के कुशल प्रबंधन के तौरतरीकों से अवगत कराने से आयोजित किया गया था.
मुख्य अतिथि प्रो. बीआर कंबोज ने कहा कि सक्षम एवं अच्छा प्रदर्शन करने वाले शिक्षक व कर्मचारी किसी भी शिक्षण संस्थान के लिए बहुत महत्वपूर्ण संसाधन होता है. उन्हीं के कारण संस्थान प्रगति की ऊंचाइयों को छू पाता है.
उन्होंने आगे यह भी कहा कि कर्मचारियों को अपने कार्य क्षेत्र में सफलता पाने के लिए अपने भीतर नईनई चीजों को सीखने की जिज्ञासा पैदा करनी चाहिए, क्योंकि जब तक हमारे अंदर जिज्ञासा नहीं होगी, तब तक हम कोई भी विषय व कार्य को न तो आसानी से समझ सकते हैं और न ही सही ढंग से कर सकते हैं.
मुख्य अतिथि बीआर कंबोज ने उपरोक्त प्रशिक्षण के प्रतिभागियों से भी आह्वान किया कि वे अपने कार्य में अभ्यास जरूर करें. साथ ही, अपने कौशल विकास पर खासा ध्यान दें.
उन्होंने कहा कि संस्थान के कायदे, कानूनों का ज्ञान सीधे तौर पर संस्थान के कार्यों व प्रबंधन को भी मजबूती प्रदान करेगा.
विश्वविद्यालय के वित्त नियंत्रक नवीन जैन ने प्रशिक्षण की विषय वस्तु पर प्रकाश डालते हुए शिक्षकों एवं तकनीकी कर्मचारियों के लिए लेखा परीक्षा के बारे में बताया.
उन्होंने यह भी कहा कि इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को डीडीओ पद की योग्यता व उस के कार्यों से संबंधित तमाम जानकारियां साझा की गई. उन्हें आयकर, एचसीएस सामान्य नियम, 2016 अध्याय-4, 8 व 9 को छोड क़र, खाता कोड खंड, कानूनी मुद्दों, आरटीआई, एनपीएस, सीसीएस एचएयू अधिनियम व कानूनों के बारे में गहनता से जानकारी दी गई है, जो प्रतिभागियों को बिजनेस व व्यवसाय करने में काफी मददगार होंगी. इस के अलावा प्रशिक्षण में पेंशन स्कीम, सीएसआर, पुरानी पेंशन, औडिट, सैलरी, जनरल रूल, लीगल इश्यू सहित अन्य विषयों के बारे में विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा कई महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में भी बताया गया.