New Technologies : कृषि विज्ञान केंद्र, राजसमन्द में 32वीं वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक पिछले दिनों आयोजित हुई. इस बैठक की अध्यक्षता डा. अजीत कुमार कर्नाटक, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर ने की. इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने बताया कि किसान कृषि के साथ प्रसंस्करण की नवीन तकनीकों को अपना कर अपनी आमदनी बढ़ाएं और फल एवं सब्जी की उपयोगिता और उत्पादन के बारें में विस्तार से जानकारी दी.
डा. आरएल सोनी, निदेशक, प्रसार शिक्षा निदेशालय, उदयपुर ने बताया कि किसान तकनीकी ज्ञान को अपना कर उन्नत बागबानी और सब्जी उत्पादन द्वारा अधिकतम उपज प्राप्त कर आत्मनिर्भर बने.
डा. जेपी मिश्र निदेशक अटारी जोधपुर, जोनद्वितीय ने सभी विभागों के अधिकारियों से आह्वाहन किया कि दूरदराज में बैठे हुए किसानों को पूरापूरा तकनीकी लाभ मिले, उस के लिए सभी विभाग मिल बैठ कर कार्य योजना तैयार करें और कृषि विज्ञान केंद्र को अवगत कराएं ताकि, उस के अनुसार किसानों के लिए प्रशिक्षण आयोजित कराएं जा सकें.
इस कार्यक्रम की शुरुआत में डा. पीसी रेगर, वरिष्ठ वैज्ञानिक और अध्यक्ष कृषि विज्ञान केंद्र, राजसमंद ने सभी का स्वागत किया और साल 2024-25 के सालाना प्रगति प्रतिवेदन और साल 2025-26 की कार्य योजना प्रस्तुत की.
इस बैठक में भूपेंद्र सिंह राठौड, संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार राजसमंद ने अधिक उत्पादन देने वाली और कम अवधी वाली किस्मों के प्रदर्शन लगाने के बारें में बताया. संतोष दूरीया सहायक उपनिदेशक आत्मा परियोजना कृषि विभाग, राजसमंद ने जैविक खेती के बारे में बताया.
डा. जगदीश चौधरी, शस्य वैज्ञानिक ने समन्वित कृषि प्रणाली को बढ़ावा देने के बारे में और गणपत लौहार कृषि अधिकारी ने प्राकृतिक खेती के बारे में बताया. सेवा मंदिर प्रतिनिधि ने प्रशिक्षण कार्यक्रमों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के बारे में बताया. डा. जगदीश जीनगर उपनिदेशक पशुपालन विभाग ने एनएलएम योजना के अंर्तगत पशुपालन इकाई स्थापित करने के बारे में जानकारी दी. शिवागं नेहरा कृषि अधिकारी, उद्यान विभाग ने खाद्य प्रसंस्करण और मुल्य संवर्धन के बारे में जानकारी दी.
इस बैठक मे गैरसरकारी संगठन के पदाधिकारीयों और प्रगतिशील किसानों और महिला किसानों भाग लिया और वार्षिक कार्ययोजना पर चर्चा की. इस बैठक के बाद कुलपति महोदय और अन्य अतिथियों द्वारा कार्यालय परिसर में पौधारोपण किया गया. सभी विभागीय अधिकारीयों के साथ बैठक में 10 प्रगतिशील महिलाओं और किसानों ने भाग लिया.