Horses : लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (लुवास), हिसार में कुलपति प्रो. डा. विनोद कुमार वर्मा के मार्गदर्शन में कालेज औफ वैटरनरी साइंसेज के वैटरनरी क्लिनिकल कौम्प्लैक्स विभाग द्वारा ब्रुक इंडिया के सहयोग से घोड़ों (Horses) के कल्याण एवं स्वास्थ्य विषय पर 3 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया.

इस प्रशिक्षण का उद्देश्य छात्रों को घोड़ों (Horses) की देखभाल, उन के स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों और मानवीय व्यवहार से जुड़े पहलुओं पर व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना था.

कार्यक्रम में विशेष रूप से घोड़ों (Horses) के व्यवहार, दयालुता से संभालने के तरीके, घोड़ों में आम बीमारियां तथा फेरियरी (नाल ठोंकने की कला) जैसे महत्त्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा और प्रशिक्षण आयोजित किया गया.

इस अवसर पर ब्रुक लंदन से विदेशी वक्ता सोफी हिल ने औनलाइन माध्यम से छात्रों को संबोधित किया और घोड़ों (Horses) के कल्याण एवं स्वास्थ्य से संबंधित अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण साझा किए. वहीं, ब्रुक इंडिया से आए वरिष्ठ विशेषज्ञ डा. मुकेश और डा. टोंगो ने घोड़ों की देखभाल से जुड़े व्यावहारिक सुझाव दिए और छात्रों को प्रत्यक्ष प्रशिक्षण प्रदान किया.

इस कार्यक्रम में इंटर्नशिप कर रहे और स्नातकोत्तर पढ़ाई कर रहे छात्रों ने उत्साह से हिस्सा लिया. विशेषज्ञों ने छात्रों को सैद्धांतिक ज्ञान के साथसाथ व्यावहारिक प्रशिक्षण का अवसर भी प्रदान किया. इस से छात्रों को असली परिस्थितियों में काम करने का अनुभव मिला.

वैटरनरी क्लिनिकल कौम्प्लैक्स के विभागाध्यक्ष डा. ज्ञान सिंह और पशु चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. गुलशन नारंग के दिशानिर्देशन में इस प्रशिक्षण की पूरी रूपरेखा तैयार करने और इसे सफल बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण से छात्रों में आत्मविश्वास और विशेषज्ञता विकसित होती है, जो उन के कैरियर में सहायक सिद्ध होगी.

3 दिवसीय कार्यक्रम के समापन समारोह में वैटरनरी सर्जरी विभागाध्यक्ष डा. रामनाजर चौधरी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम छात्रों के लिए व्यावहारिक ज्ञान और कौशल प्राप्त करने का उत्कृष्ट माध्यम हैं. यह अनुभव उन के पेशेवर जीवन में अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा.

इस कार्यक्रम का सफल संचालन डा. तरुण, डा. निलेश, डा. अंकित, डा. मनीष, डा. संदीप सहारण, डा. सतबीर और डा. जसमेर ने समन्वयक के रूप में किया. इस प्रशिक्षण में कुल 78 छात्रों ने भाग लिया और घोड़ों (Horses) की देखभाल एवं कल्याण से जुड़े गहन ज्ञान और अनुभव प्राप्त किए.

लुवास और ब्रुक इंडिया के इस मिल कर किए गए प्रयास से छात्रों को अच्छी शिक्षा और प्रशिक्षण पाने का मौका मिला. विश्वविद्यालय प्रशासन ने उम्मीद जताई कि आगे भी ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम होते रहेंगे, जिस से छात्रों को पशु चिकित्सा विज्ञान के अलगअलग क्षेत्रों में आगे बढ़ने और नई ऊंचाइयां पाने का अवसर मिलेगा.

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