Women Farmers Day : भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद- राष्ट्रीय बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान में भी बड़े उत्साह से महिला किसान दिवस (Women Farmers Day) का आयोजन हुआ, जिस में निकटवर्ती गांवों की 35 महिला किसानों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. संस्थान के निदेशक, डा. ए. आनंदन ने महिला किसानों का स्वागत करते हुए बताया कि हमारे देश में कृषि एक रोजगार ही नहीं अपितु जीवन जीने का तरीका है जिस में महिलाओं की भूमिका बहुत महत्त्वपूर्ण है. बोआई से ले कर बीज प्रसंस्करण तथा पशुपालन में एक महिला किसान का योगदान अभिन्न होता है. पर उन के कार्य के अनुरूप उन्हें पहचान नहीं मिली है. संस्थान द्वारा यह आयोजन महिला किसानों को प्रोत्साहित करने का एक प्रयास है.
प्रधान वैज्ञानिक डा. अंजनी कुमार सिंह ने अपने संबोधन में महिलाओं को परिवार के साथ खेत की भी रीढ़ बताया. उन्होंने महिला शिक्षा और सशक्तीकरण के बदलते परिवेश में महिला किसानों को उन के योगदान के लिए उन की भूरीभूरी प्रशंसा की.
निदेशक, डा. ए. आनंदन द्वारा महिला किसानों को गेहूं के बीज वितरित किए गए और उन्होंने महिला किसानों को खेती में अपने योगदान को बढ़ाने का आग्रह किया. वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. नंदिता बनर्जी ने महिला किसानों को आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी. कार्यक्रम की समन्वयक वैज्ञानिक डा. पवित्रा वी. ने महिला किसानों के लिए लाभदायक सरकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला. उन्होंने महिलाओं द्वारा किस प्रकार महिला स्वयंसहायता समूह बनाया जाए, इस पर विस्तार से बताया और महिला किसानों का उत्साह बढ़ाया.
वरिष्ठ तकनीशियन कुमारी निशा ने प्रसिद्ध महिला किसानों और महिला कृषक समूहों की सफलता की कहानियां साझा कीं. कार्यक्रम में संस्थान की महिला वैज्ञानिक और कार्मिक भी उपस्थित हुईं. कुमारी निशा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दे कर महिला किसान दिवस (Women Farmers Day) कार्यक्रम का समापन हुआ.