फल पट्टी विकास योजना (Fruit Belt Development Scheme) एक सरकारी योजना है, जो किसानों को फलदार पौधे लगाने और बागबानी को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही है. इस योजना के तहत किसान को वित्तीय सहायता और तकनीकी सहायता प्रदान की जाती है. इस योजना मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश जैसे अनेक राज्यों में लागू है.
योजना का मकसद
सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना का मकसद फलों के उत्पादन और क्षेत्रफल में वृद्धि करना है, जिसके लिए किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले फलदार पौधे उपलब्ध कराए जाते हैं. इस योजना से बागबानी को बढ़ावा देकर किसानों की आय में वृद्धि करना है.
मिलती है सरकारी मदद
- फलों की खेती के लिए आवश्यक अवसंरचना (जैसे पैकहाउस, ड्रिप सिंचाई) स्थापित करना.
- पौधरोपण पर सब्सिडी – अमरूद, संतरा, केला, पपीता, अनार, अंगूर आदि जैसे फलदार पौधों की इकाई लागत पर 40-50 फीसदी तक अनुदान.
- ड्रिप सिंचाई – पानी बचाने और पौधों की वृद्धि के लिए ड्रिप सिंचाई प्रणाली के लिए सहायता. इसमें पौधों पर सब्सिडी, ड्रिप सिंचाई के लिए मदद और आधुनिक कृषि उपकरण उपलब्ध कराना शामिल है, जिससे टिकाऊ और उच्च गुणवत्ता वाली खेती को प्रोत्साहन मिले.
- बागबानी उपकरण – पावर स्प्रेयर, प्लास्टिक क्रेट और अन्य उपकरणों पर सब्सिडी.
- तकनीकी सहायता – एकीकृत पोषक तत्त्व प्रबंधन (IPM) और कैनोपी प्रबंधन जैसी तकनीकों का प्रशिक्षण.
- जीर्ण बागों का पुनरुद्धार – पुराने बागों में नई रोपण सामग्री और जैविक उपायों के लिए सहायता.
कैसे आवेदन करें
मध्य प्रदेश में योजना का लाभ लेने के लिए राज्य के उद्यानिकी विभाग की वेबसाइट myscheme.gov.in पर आवेदन करें.
उत्तर प्रदेश में योजना का लाभ लेने के लिए uphorticulture.gov.in पर आवेदन करें.
अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें...
फार्म एन फूड से और





