Dragon Fruit : देश के बहुत से किसान अब पारंपरिक खेती छोड़कर अधिक मूल्य वाली फसलों की ओर रुख कर रहे हैं खासकर अब बागबानी फसलों की ओर किसानों का रुख बढ़ रहा है. इन्हीं फसलों में से एक है ड्रैगन फ्रूट (Dragon Fruit) की खेती, जिसे ‘सुपर फ्रूट’ भी कहा जाता है. ड्रैगन फ्रूट न केवल सेहत के लिए लाभकारी है बल्कि इसकी बाजार में बहुत अच्छी मांग है. इस की खेती के लिए मुख्यमंत्री बागबानी मिशन के तहत ड्रैगन फ्रूट विकास योजना भी चल रही है, जिसके तहत किसान खेती से कई गुना मुनाफा कमा सकते हैं. जानने के लिए पढ़िए योजना की पूरी जानकारी.
क्या है ड्रैगन फ्रूट विकास योजना
भारत में ड्रैगन फ्रूट (Dragon Fruit) की खेती की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है. राज्य सरकार किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री बागबानी मिशन (Chief Minister Horticulture Mission) के अंतर्गत ड्रैगन फ्रूट विकास योजना चला रही है, जिसके तहत किसानों को ड्रैगन फ्रूट की खेती करने के लिए सब्सिडी और तकनीकी सहायता दी जा रही है. सरकार की यह योजना 2025-27 तक जारी रहेगी. सरकार की यह योजना गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र आदि राज्यों में चल रही है.
यह फल किसानों के लिए नकदी फसल (cash crop) बन चुका है. इस फल की खूबसूरती और पौष्टिकता इसे अन्य फलों से कहीं अलग बनाती है और इसकी बनावट और रंग के अनुरूप सरकार ने इसे ‘कमलम’ फल का नाम भी दिया है.
किसानों के लिए कैसे है लाभकारी
• किसानों को उपज का अधिक दाम मिलना जिससे किसानों की आमदनी में कई गुना मुनाफा.
• ड्रैगन फ्रूट (Dragon Fruit) की खेती से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत होगी और किसान सुदृढ़ बनेगा.
• यह काम पानी की खेती है और कम देखभाल वाली फसल है.
• इसके लिए बंजर और अनुपयोगी जमीन को भी इस्तेमाल कर उपजाऊ बनाया जा सकता है.
• एक बार पौधे लगाने के बाद सालों-साल तक फल देता है.
• ग्रामीण लोगों के लिए स्थानीय स्तर पर रोजगार का साधन.
• इसके अलावा ड्रैगन फ्रूट (Dragon Fruit) की मांग घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों बाजारों में है. बाजार में इसकी अच्छी कीमत मिलती है. यह किसानों के लिए नकदी फसल (Cash Crop) है.
20 साल तक देता है फल
बस्ती, उत्तर प्रदेश के युवा किसान देवांश ने बताया कि, इस फसल को एक बार लगाने पर कम से कम 20 सालों तक फल मिलता है और इसके पौधों के बीच में लगभग 10 फुट का फासला होता है, उसमें भी 3 फुट की ऊंचाई वाली कोई भी फसल लगातार ली जा सकती है.
कितनी मिलती है सब्सिडी
यह योजना राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही है, जिसके तहत किसानों को ड्रैगन फ्रूट (ड्रैगन फ्रूट, विकास योजना, कमलम, बागबानी, सुपर फ्रूट, मुख्यमंत्री बागबानी मिशन, सब्सिडी, Dragon fruit, development scheme, Kamalam fruit, horticulture, super fruit, Chief Minister Horticulture Mission, subsidy,) की खेती के लिए 40 से 50 फीसदी तक सब्सिडी का लाभ मिलता है. SC/ST और महिला किसानों को इस योजना में अतिरिक्त लाभ मिल सकता है. 2.8 लाख रुपए तक की सब्सिडी मिलती है.
पहले चरण में पहले वर्ष 1.6 लाख और दूसरे चरण में दूसरे वर्ष 1.2 लाख मिलते हैं. इसके अलावा तकनीकी सहायता के तहत कृषि विशेषज्ञ किसानों को प्रशिक्षण भी देते हैं.
किसान को कैसे मिलेगा लाभ
• किसान आवेदक के पास कम से कम 2 हेक्टेयर खेती की जमीन होनी चाहिए.
• ड्रैगन फ्रूट की खेती की भूमि सिंचाई योग्य और उपयुक्त होनी चाहिए.
• किसान ने इससे पहले किसी अन्य बागबानी योजना का लाभ न लिया हो.
इन सब बातों को अगर किसान पूरा करता है तो वह इस योजना का लाभ ले सकता है. उसके पास उसके नाम का आधार कार्ड, बैंक खाता, पासपोर्ट साइज फोटो और जमीन के कागजात (खसरा-खतौनी) होने चाहिए.
कैसे करें आवेदन
ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आपको राज्य सरकार की आधिकारिक बागबानी वेबसाइट पर जाकर फॉर्म भरना होगा और अगर आप ऑफलाइन आवेदन करना चाहते हैं, तो आप अपने नजदीकी कृषि/बागबानी विभाग कार्यालय पर संपर्क करें.





