Research : केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान नई दिल्ली में किसान ट्रस्ट द्वारा आयोजित चौधरी चरण सिंह किसान सम्मान समारोह में उपस्थित हुए और इस अवसर पर उन्होंने पुस्तक का विमोचन किया और प्रगतिशील किसान और कृषि क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए संस्थानों और व्यक्तियों को सम्मानित किया. समारोह में केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी भी शामिल हुए.
चौधरी चरण सिंह किसानों के आदर्श
इस अवसर पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, चौधरी चरण सिंह किसानों के लिए सदैव एक आदर्श के रूप में स्थापित रहे हैं. वे सच्चाई, विनम्रता, दृढ़ता के प्रतीक थे, साथ ही उनके भीतर गांव, गरीब और किसान के उत्थान की तड़प थी. उन्होंने किसानों के लिए हिंदुस्तान को कहा कि, देश की समृद्धि का मार्ग किसान की खेत की मेंड़ से होकर जाता है.
काम के बदले अनाज योजना चरण सिंह की देन
उन्होंने आगे कहा कि, जमींदारी प्रथा के उन्मूलन में सर्वाधिक योगदान यदि किसी का है तो वह चौधरी चरण सिंह ही है. वेयर हाउस में अन्न भंडार को गरीब कल्याण से जोड़ने का अद्भुत प्रयास चौधरी चरण सिंह ने ही किया. काम के बदले अनाज योजना का विचार रखकर गरीबों के घरों में सम्मानपूर्ण तरीके से अनाज सुनिश्चित करने का काम उन्हीं की देन है.
रोजगार से गांव की तसवीर भी बदलेगी
हाल में संसद में पारित बिल ‘विकसित भारत–रोजगार और आजीविका मिशन- ग्रामीण विधेयक, 2025 (विकसित भारत- जी राम जी)’ के विषय में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, इस कानून के अंतर्गत अब 100 की जगह 125 दिनों के रोजगार की गारंटी का प्रावधान किया गया है. किसान और मजदूरों के लिए नए कानून में सकारात्मक बदलाव किए गए हैं. नए कानून के अंतर्गत 100 की जगह 125 दिन रोजगार की गारंटी दी गई है. साथ ही, गांव में विकास की तसवीर बदलने का काम भी सुनिश्चित करने का प्रावधान किया गया है. नए कानून को गांव के विकास से जोड़ दिया गया है और लोगों को मिले रोजगार से गांव की तस्वीर भी बदलेगी. स्कूल, नाली, सड़क, पुलिया यहां तक की खेत की सड़क बनाने का काम भी किया जाएगा.

नए कानून के अंतर्गत पंचायतों का वर्गीकरण कर दिया गया है. विकास और रोजगार के हिसाब से राशि का वितरण होगा और कानून के अंतर्गत बोआई, कटाई एवं कृषि गतिविधियों में शामिल होने वाले श्रमिकों का भी ध्यान रखा गया है. किसान और श्रमिकों के बीच संतुलन स्थापित करने का पूरा प्रयास किया गया है.
लैब टू लैंड विजन
अब कृषि वैज्ञानिकों और किसानों के बीच सीधा संवाद स्थापित करने और प्रयोगशालाओं की जगह सीधे खेतों में जाकर किसानों तक शोध (Research) की जानकारी पहुंचाने के लिए लैब टू लैंड विजन को आगे बढ़ाया गया है. सरकार ने तय किया है कि वैज्ञानिक सीधे खेतों में जाकर किसानों से संवाद करें और किसानों की जरुरत के हिसाब से शोध (Research) करें.
नक्कालों के खिलाफ बनेगा नया कानून
उन्होंने नकली उर्वरक और कीटनाशकों, जबरदस्ती किसानों को बायोस्टिमुलेंट एवं टैगिंग के नाम पर अन्य उर्वरक पदाथों के बेचने को लेकर भी नाराजगी जताई. सरकार इन सबके खिलाफ योजनाबद्ध रूप से कार्य कर रही है. अगले संसद सत्र में नया कानून लाने की कोशिश की जा रही है. कड़ा कानून बनाकर बेईमानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
कृषि योजनाओं के लिए किसान ट्रस्ट से पहल
कृषि मंत्री ने किसान ट्रस्ट से आगामी बजट और 5 साल की कृषि योजनाओं के लिए सुझाव देने का अनुरोध किया और सत्यवान सहरावत, डॉ. देवेंद्र कुमार यादव, फ्रूवेटेक प्रा. लि., प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन और हरवीर सिंह को अवार्ड प्रदान किए.





