Pulasa Fish : गोदावरी की शान कही जाने वाली पुलासा मछली अब गंभीर संकट से जूझ रही है. पुलासा मछली एक पौष्टिक मछली है जिस में अच्छे फैटी एसिड्स, मिनरल्स और प्रोटीन होते हैं, जो सेहत के लिए काफी अच्छे होते हैं. लेकिन अब गंभीर संकट का सामना कर रही पुलासा मछली बहुत कम होती जा रही है.
पुलासा मछली की संख्या में भारी कमी के बारे में मत्स्य विभाग ने बताया कि ‘पुलासा’ की भारी मांग के कारण, अत्यधिक मछली पकड़ने से यह प्रजाति अब खतरे में है. मत्स्य विभाग ने कहा कि अगर समय रहते सख्त नियम नहीं बनाए गए तो यह प्रजाति खत्म हो जाएगी. जबकि यह प्रजाति 90 के दशक में काफी संख्या में मिलती थी.
पुलासा मछली के बारे में 145 साल पुरानी डच वैज्ञानिक पत्रिका एल्सेवियर के मुताबिक बताया गया है कि ऊपरी नदियों से पानी का कम बहाव, नदियों में भारी गाद जमाव, नदी के मार्गों में बाधा, भोजन और नर्सरी के मैदानों का नुकसान सहित अत्यधिक मछली पकड़ने के कारण नदियों में पुलासा मछली की संख्या में कमी आई है.