भिंड: जिले के गांव दबोहा के किसान धर्मेंद्र शर्मा के परिवार में पहले कई सालों से परंपरागत खेती चली आ रही थी, जिस से खेती में लाभ कम मिल पा रहा था. एक दिन इन्होंने उन्नत खेती के गुर सीखने के लिए कृषि महकमे से संपर्क किया, जहां से उन्हें किसान संगोष्ठी व किसान प्रशिक्षण में शामिल होने का मौका मिला. वहां उन्हें फल उत्पादन करने की जानकारी दी गई.

किसान धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि 0.20 हेक्टेयर में केला के पौधे लगाए, जिस में 700 पौधे लगे हुए हैं. उन्होंने ये पौधे टिशू कल्चर लैब, दबोह से प्राप्त किए. उस के बाद केले के बीच में सफेद मूसली लगाई, जिस से तकरीबन 4 क्विंटल उत्पादन प्राप्त हुआ. इस वजह से किसान धर्मेंद्र शर्मा को 60,000 से 70,000 रुपए की आमदनी हासिल हुई.

उन्होंने केले के बीच में टमाटर के पौधे भी लगाए. उन्होंने बताया कि केले की तकरीबन 11 महीने में फसल तैयार हो जाएगी. इस के साथसाथ उन्होंने अपने खेत पर ताइबान अमरूद, आम और बेर के कुछ पौधे लगाए हुये हैं, जिन से भी उन्हें अच्छी आय प्राप्त हो रही है.

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