नकदी फसल मानी जाने वाली गन्ने की खेती इस समय तमाम समस्याओं से दोचार हो रही है. एक तरफ गन्ने की तैयार फसल को चीनी मिलों द्वारा खरीदने के बाद भुगतान में हीलाहवाली, तो वहीं दूसरी तरफ खेती में घटती श्रम शक्ति और बढ़ती लागत ने किसानों को गन्ने की खेती से मुंह मोड़ने को मजबूर कर दिया है.

गन्ने की खेत की तैयारी से ले कर बोआई, उर्वरक, सिंचाई, रोग व कीट नियंत्रण, फिर फसल की गुड़ाई, कटाई, लदान व ढुलाई इन बीजों में किसान इतनी लागत लगा देता है कि मिलों द्वारा उस का वाजिब मूल्य न मिलने से गन्ना किसान का दूसरी फसलों को लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. ऐसे में गन्ने की खेती में काम आने वाले कृषि यंत्रों का प्रयोग कर किसान अपनी लागत में तो कमी ला ही सकता है, बल्कि कम श्रम के बाद अधिक मुनाफा भी कमा सकता है.

यहां हम गन्ना बोआई यंत्र सुगरकेन प्लांटर के बारे में जानकारी दे रहे हैं.

सुगरकेन ट्रांस प्लांटर

यह यंत्र न केवल गन्ने की बोआई को आसान बनाता है, बल्कि न्यूनतम लागत व श्रम शक्ति से किसान के गन्ने की खेती को लाभदायक बनाता है. सुगरकेन ट्रांस प्लांटर न्यूनतम 50 हार्सपावर के ट्रैक्टर में लगा कर उसे साफ्ट से जोड़ दिया जाता है. इस में लगे डब्बों में उर्वरक डाल कर खेत में गन्ने की बोआई के दौरान ही उर्वरक दे दिया जाता है. इन डब्बों के ऊपर 2 सीट लगी होती है, जिस पर 2 लोग बैठ कर गन्ने को पकड़ कर मशीन में डालते जाते हैं. यह मशीन पहले से तैयार किए गए खेत में गन्ने को रोपती है. यह मशीन गन्ने की आंखों व कलियों को नुकसान से भी बचाती है. मशीन द्वारा निर्धारित मात्रा में उर्वरक बोआई के दौरान ही मिल जाता है. साथ ही, यह निर्धारित दूरी पर गन्ने की बोआई करती है.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
सब्सक्राइब करें
अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें...