कटनी : कलक्टर दिलीप कुमार यादव ने रबी फसलों के रकबे में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए कृषि एवं मार्कफेड के अधिकारियों के संयुक्त उर्वरक की उपलब्धता और भंडारण के संबंध में मांग के अनुरूप तत्काल खाद की पूर्ति करने और निरंतर उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश दिए हैं.
उन्होंने कहा कि जिले के किसानों को खाद की कमी न हो, इस के लिए राजस्व विभाग और कृषि विभाग के अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण कर फीडबैक लें. निजी खाद विक्रेताओं और अवैध रूप से भंडार करने, ब्लैक में बेचने और निर्धारित कीमत से अधिक दर पर बेचने वालों पर कार्यवाही करना सुनिश्चित करें. उर्वरक विक्रय केंद्र की जांच के लिए दल गठित कर कलक्टर दिलीप कुमार यादव के निर्देशानुसार जिले में खाद की उपलब्धता के बाद भी कृत्रिम संकट बनाने वालों की जांच के लिए राजस्व एवं कृषि विभाग के अधिकारियों के विशेष दल का गठन किया गया है.
किसानों को उर्वरक की उपलब्धता समय पर सुनिश्चित करने के लिए गठित दल के अधिकारियों द्वारा किए जा रहे औचक निरीक्षण के क्रम में पिछले दिनों एसडीएम बहोरीबंद राकेश कुमार चौरसिया ने नगद खाद विक्रय केंद्र, शर्मा कृषि केंद्र एवं बीज भंडार बहोरीबंद का निरीक्षण कर खाद की उपलब्धता, भंडारण और सूचना पटल में स्टाक की मौजूदगी और दर सूची का अवलोकन किया.
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों द्वारा उर्वरक विक्रेताओं के यहां स्टाक की उपलब्धता, पीओएस मशीनों और उर्वरक विक्रय लाइसैंस, दस्तावेजों सहित दुकान के बाहर उर्वरकों की दर सूची की जांच की जा कर उर्वरकों की उपलब्धता, अवैध भंडारण व परिवहन करने पर उर्वरक (नियंत्रण) आदेश एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत ठोस वैधानिक कार्यवाही किए जाने की हिदायत दी गई.
उर्वरक के मूल्य निर्धारित जिला प्रशासन द्वारा किसानों से अपील की गई है कि निर्धारित दरों पर ही खाद खरीदें. यूरिया 45 किलोग्राम की बोरी 266 रुपए 50 पैसे एवं 50 किलोग्राम की डीएपी 1,350 रुपए, पोटाश 1,700 रुपए, एनपीके कौम्प्लैक्स 1470 रुपए, एनपीके 1400 रुपए और सुपर फास्फेट 425 रुपए प्रति बोरी किसानों को विक्रय के लिए निर्धारित की गई है. इस से अधिक कीमत में संबंधित के द्वारा बेचे जाने की शिकायत दर्ज कराएं.
9 हजार, 857 मीट्रिक टन से अधिक उर्वरक उपलब्ध किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जिले में यूरिया 4302.423 मीट्रिक टन, डीएपी 378.05 मीट्रिक टन, एनपीके 495.25 मीट्रिक टन के अलावा एसएसपी उर्वरक 4681.525 मीट्रिक टन उपलब्ध है. जल्दी ही उर्वरक की और रैक भी जिले में लगने की संभावना है.
किसानों को उन की मांग और उपयोगिता के आधार पर उर्वरक उपलब्ध कराई जा रही है. उर्वरक खरीदी का बिल अवश्य प्राप्त करें. कलक्टर दिलीप कुमार यादव ने कहा कि जिले के किसान अपने विकासखंड में स्थित निजी उर्वरक विक्रेताओं से निर्धारित दर पर उर्वरक की खरीदी करें और खरीदी के बाद उर्वरक खरीदी का बिल अवश्य लें.
यदि कोई उर्वरक विक्रेता निर्धारित दर से अधिक दर पर उर्वरक का विक्रय करता है और स्टाक होते हुए भी उर्वरक देने से मना करता है, तो इस की सूचना गठित दल या अपने विकासखंड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी अथवा कंट्रोल रूम नंबर 07622 -220070 पर अवश्य दें.