बांसवाड़ाः 27 मार्च, 2024 को कृषि अनुसंधान केंद्र, बोरवट फार्म बांसवाड़ा के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा परियोजना के तहत एकदिवसीय कृषक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन झेर्पारा (करजी) गांव में किया गया, जिस में झेर्पारा गांव के लगभग 75 किसानों ने हिस्सा लिया.

इस अवसर पर केंद्र के संभागीय निदेशक अनुसंधान डा. हरगिलास ने फसलों पर मौसम के प्रभाव की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह केंद्र सप्ताह में 2 दिन मंगलवार व शुक्रवार को मौसम पूर्वानुमान की विज्ञप्ति जारी करता है, जिस में मौसम के घटक, वर्षा, तापमान, बादल, आर्द्रता, धूप, हवा की गति एवं दिशा के पूर्वानुमान के साथ फसल एवं फलवृक्षों से संबंधित बोआई, कटाई, अंतराशस्य क्रिया, कीट एवं रोग व व्याधि की रोकथाम व उपचार की जानकारी दी जाती है.

उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि अपने मोबाइल नंबर रिकौर्ड करवा कर कृषि मौसम से संबंधित सुचना ले सकते हैं. मुकेश जोशी, कृषि वैधशाला प्रेक्षक ने किसानों को बताया कि फसल पर आधारित रोग व कीट सभी मौसम से प्रभावित होते हैं, इसलिए मौसम के अनुकूल फसलों का चुनाव कर के बोआई करें.

इस अवसर पर डा. पीयूष चौधरी, रिसर्च एसोसिएट ने मौसम संबंधित जानकारी, किसानों में उस की उपयोगिता एवं महत्व पर प्रकाश डाला. साथ ही, मौसम के पूर्वानुमान के आधार पर खेती की जानकारी के बारे में विस्तृत चर्चा की. केंद्र के अशोक मावी ने मंच का संचालन एवं आभार व्यक्त किया.

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