नई दिल्ली : केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरषोत्तम रूपाला ने कृषि भवन, नई दिल्ली में नई दवा और टीकाकरण प्रणाली के लिए एनओसी मंजूरी पोर्टल 'नंदी' की शुरुआत की. इस पोर्टल से डीएएचडी केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन के सुगम पोर्टल के साथ बिना किसी रोकटोक के, अधिक सुव्‍यवस्थित तरीके से पशु चिकित्सा उत्पाद प्रस्तावों का मूल्यांकन और जांच करने के लिए पारदर्शिता के साथ नियामक अनुमोदन प्रक्रिया को सरल बनाएगा.

मंत्री पुरषोत्तम रूपाला ने पशुपालन और डेयरी विभाग (डीएएचडी) के उत्कृष्ट कार्य की सराहना की और इस पहल को डिजिटल इंडिया को आगे बढ़ाने और पशुधन एवं पशुधन उद्योग के कल्‍याण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया.

नंदी पोर्टल की शुरुआत पशु टीकाकरण कवरेज पहल और मोबाइल पशु चिकित्सा इकाइयों (एमवीयू) के बाद एक और उल्लेखनीय कार्य है. यह पहल व्यावसायिक दृष्टिकोण से भी शोधकर्ताओं और उद्योगों को मूल्यवान सहायता प्रदान करेगी.

यह पहल पशुपालकों में जागरूकता बढ़ाने और लौजिस्टिकल सुविधाओं में सुधार से दवाओं की खपत में वृद्धि होगी.

केंद्रीय मंत्री पुरषोत्तम रूपाला ने एक मजबूत प्रणाली स्थापित करने के लिए कुछ महीनों तक पोर्टल के कार्यों की बारीकी से निगरानी करने के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने नंदी पोर्टल के विकास में सीडीएसी सहित सभी हितधारकों के योगदान की सराहना की.

मत्स्यपालन राज्य मंत्री डा. संजीव बालियान बोले

इस अवसर पर पशुपालन, डेयरी और मत्स्यपालन राज्य मंत्री डा. संजीव बालियान ने डिजिटल इंडिया मिशन के साथ तालमेल के लिए विभाग के प्रयासों की सराहना की और कहा कि पशु चिकित्सा टीकों का न केवल पशु स्वास्थ्य और उत्पादन पर, बल्कि सुरक्षित खाद्य आपूर्ति बढ़ाने और पशु से मानव में संक्रामक रोगों के संचरण को रोकने से मानव स्वास्थ्य पर भी बड़ा प्रभाव पड़ा है और पड़ रहा है. यह हमारे पूरे इकोसिस्‍टम का एक हिस्सा है. पशुओं को स्वस्थ रखना और टीकों व दवाओं की नियमित आपूर्ति बनाए रखना महत्वपूर्ण है.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
सब्सक्राइब करें
अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें...