उदयपुर : 12 जनवरी, 2025. महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, छात्र कल्याण निदेशालय द्वारा प्रशासनिक भवन पर स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई गई.
इस अवसर पर अनुसंधान निदेशालय के अंतर्गत चल रही राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत चल रही रही जैविक आदान उत्पादन एवं जैविक खेती तकनीकियों का विकास परियोजना द्वारा तैयार मोबाइल एप जैसे शीर्षक और्गेनिक फार्मिंग (Organic Farming)- जैविक खेती का विमोचन कुलपति डा. अजीत कुमार कर्नाटक ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के डा. शांति कुमार शर्मा, सहायक महानिदेशक, (मानव संसाधान प्रबंधन), नई दिल्ली के सानिध्य में किया.
उन्होंने कहा कि ये मोबाइल एप किसानों के साथसाथ वैज्ञानिक, विद्यार्थियों और कृषि विभाग के अधिकारियों के लिए बहुपयोगी सिद्ध होगा. यह मोबाइल एप और्गेनिक फार्मिंग (Organic Farming)- जैविक खेती किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और सतत कृषि विकास की दिशा में एक मजबूत कदम है, जो डिजिटल युग में कृषि क्षेत्र को उन्नति की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में सहायक सिद्ध होगा.
कुलपति ने मोबाइल एप को तैयार करने के लिए प्रणेता डा. शांति कुमार शर्मा और परियोजना प्रभारी डा. रविकांत शर्मा और सहप्रभारी डा. अमित त्रिवेदी, डा. एसएस लखावत, डा. हरि सिंह, डा. देवेंद्र जैन, डा. श्रवण और डा. रवींद्र कुमार जैन के अथक प्रयासों की सराहना की.
डा. शांति कुमार शर्मा ने एप के बारे में बताते हुए कहा कि इस एप में विश्वविद्यालय में विगत 6 वर्षों से संचालित परियोजना में विकसित विभिन्न जैविक आदानों, उन्नत तकनीकियों और प्रभावी मौड्यूल्स को शामिल किया गया है, जिस से घरबैठे किसानों को समस्त बहुपयोगी जैविक खेती से संबंधित जानकारी उन के मोबाइल फोन पर उपलब्ध हो जाएगी, जिस से भारत में जैविक खेती के विस्तार को प्रभावी गति मिल पाएगी.
अनुसंधान निदेशक डा. अरविंद वर्मा ने कहा कि यह एप किसानों को जैविक खेती में उपयोग होने वाले सभी जैविक आदानों जैसे जैव उर्वरक, जैव कीटनाशक और जैव उत्पादों के बनाने की विधियों का सचित्र विवरण मुहैया करता है. इस से किसान खुद ही यह उत्पाद तैयार कर सकते हैं और अपनी खेती की लागत को कम कर सकते हैं.