उदयपुर : उत्तर प्रदेश एयर स्क्वाड्रन के तत्वाधान में 1 सितंबर, 2023 से 25 सितंबर, 2023 तक पैराशूट जंपिंग प्रशिक्षण शिविर का पीटीऐस एयर फोर्स, आगरा में आयोजन किया गया. इस शिविर के लिए पूरे भारत से 15 लाख एनसीसी केडेट से सिर्फ 43 एनसीसी केडेट को शामिल किया गया था.

उत्तर प्रदेश एयर स्क्वाड्रन आगरा के कमान अधिकारी विंग कमांडर सुमित शेखर ने बताया कि इन 43 एनसीसी केडेट का चयन बहुत ही कठिन परीक्षण के उपरांत किया गया. प्रत्येक एनसीसी केडेट इस कोर्स में भाग लेना चाहता है. ऐसे में काफी जटिल चयन प्रक्रिया से पूरे देश से 23 लड़के एवं 20 लड़कियों को इस के लिए चयनित किया गया था. इस कोर्स में केडेट को लगभग 1200 फीट की ऊंचाई से पैराशूट बांध कर कूदना होता है और जमीन पर सुरक्षित रूप से उतरना होता है.

उन्होंने कहा कि यह पूरी प्रक्रिया अपनेआप में काफी खतरनाक है, परंतु इस कोर्स में यह पूरी प्रक्रिया बहुत ही सूक्ष्मता के साथ बताई जाती है एवं प्रत्येक केडेट की शारीरिक प्रबलता एवं मानसिक संतुलन को परिष्कृत किया जाता है, ताकि हर विषम एवं विपरीत परिस्थिति में भी केडेट बिना किसी पीड़ा या परेशानी के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सके.

महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. लोकेश गुप्ता ने बताया कि महाविद्यालय के द्वितीय वर्ष डेरी प्रौद्योगिकी के छात्र खुशवंत सिंह राठौड़ ने इस प्रशिक्षण शिविर में चयनित हो कर महाविद्यालय को गौरवान्वित किया है.

Parachute Jumpingडा. लोकेश गुप्ता ने कहा कि एनसीसी का यह सब से बड़ा शिविर है, जिस के लिए खुशवंत सिंह राठौड़ ने पूरे देश के 15 लाख एनसीसी केडेट से प्रतिस्पर्धा कर यह कठिन लक्ष्य प्राप्त कर अपने मजबूत इरादों का प्रदर्शन किया था. ऐसे में मुझे पूरा यकीन था कि खुशवंत सिंह कठिन से कठिन लक्ष्य प्राप्त कर मेवाड़ धरा को गौरवान्वित करेंगे और मुझे खुशी है कि खुशवंत सिंह ने निराश नहीं किया. प्रशिक्षण शिविर में प्रत्येक केडेट को एक बार पैराशूट जंपिंग अनिवार्य है, परंतु दृढ़ प्रतिज्ञ खुशवंत सिंह ने एक बार नहीं, बल्कि 3 बार पैराशूट जंपिंग कर अपने अडिग हौसलों का प्रदर्शन किया है. इस के लिए खुशवंत सिंह को एनसीसी ने प्रमाणपत्र भी प्रदान किया है.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
सब्सक्राइब करें
अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें...