हिसार : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के विस्तार शिक्षा निदेशालय द्वारा फार्मर फर्स्ट प्रोग्राम के तहत गांव पायल व चिड़ोद में ‘फलफूल एवं सब्जी उत्पादन’ विषय पर एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिस में किसानों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया.

फार्मर फर्स्ट प्रोग्राम के प्रमुख अन्वेषक डा. अशोक गोदारा ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किसानों को पोषण एवं गुणवत्तायुक्त खानपान बढ़ाने के लिए न्यूट्री गार्डन विकसित कर स्वास्थ्य लाभ लेने के बारे में जागरूक करना था. किसान परिवारों के घरआंगन में, आंगनवाड़ी केंद्र व स्कूलों में न्यूट्री गार्डन स्थापित करने से जहां एक तरफ फल व सब्जियों की जरूरतें पूरी की जा सकती हैं, वहीं दूसरी ओर उच्च गुणवत्ता के फल व सब्जियां स्वास्थ्य लाभ के लिए भी जरूरी हैं.

उन्होंने बताया कि एक अच्छी व पोषण से भरपूर डाइट लेना हर व्यक्ति का अधिकार है. इस मुहिम से आम लोगों को जोड़ने के लिए लगातार प्रयास चल रहे हैं, ताकि कुपोषण की समस्या को दूर किया जा सके.

बागबानी विभाग के वैज्ञानिक डा. प्रिंस ने किसानों को अमरूद, किन्नू, नीबू व आडू के फलदार पौधे लगाने व उन के पोषक तत्त्व प्रबंधन की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि नए कलमी पौधों की देखभाल अच्छी तरह से करें. जैसे उन को सर्दीगरमी से बचाने के लिए पराली से ढकना चाहिए व हलकी सिंचाई करते रहें. यह भी ध्यान रखें कि कलमी पौधों में कलम की गई टहनी से नीचे कोई भी बढ़वार आती है, तो उसे साथसाथ काटते रहंे. साथ ही, उन्होंने किचन गार्डन में गरमी के मौसम में आसानी से उगाई जाने वाली सब्जियां जैसे घीया, तोरई, करेला, भिंडी, ग्वार व लोबिया आदि के बारे में बताया.

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