अविकानगर : केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर में मानव संसाधन विकास विभाग (एचआरडी) द्वारा 4 राज्यों (राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र) के 40 से ज्यादा पशुपालक किसानो के बैच को भेड़बकरी एवं खरगोशपालन पर 8 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम अविकानगर में आयोजित किया गया.

प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. अरुण कुमार तोमर, निदेशक द्वारा की गई. इस मौके पर उन्होंने सभी प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य आप के पशुपालन जैसे भेड़, बकरी, खरगोश आदि के ज्ञान में वैज्ञानिक तरीके से पालन को बढ़ावा देना है. इसलिए सभी वैज्ञानिकों द्वारा बताई गई बातों को सुन कर अंत में अपने सवालजवाब करने हैं, जिस से सारी शंकाओं का समाधान किया जा सके.

उन्होंने कहा कि संस्थान के वैज्ञानिक आप को पशुपालन के विभिन्न पहलुओं को कवर करेंगे, फिर भी कोई सवाल रहे तो समापन कार्यक्रम में विस्तार से चर्चा कर के दूर करने की कोशिश टीम द्वारा की जाएगी.

अविकानगर में प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वय डा. सुरेश चंद शर्मा, प्रभारी, एचआरडी, प्रभारी तकनीकी स्थानांतरण विभाग डा. लीलाराम गुर्जर व प्रभारी पीआरओ सेल डा. अमर सिंह मीना द्वारा किया जा रहा है. इस दौरान पशु पोषण विभाग के अध्यक्ष डा. रणधीर सिंह भट्ट, पशु स्वास्थ्य विभाग के अध्यक्ष डा. गणेश सोनावाणे, प्रभारी ऊन विभाग डा. अजय कुमार, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी इंद्रभूषण कुमार उपस्थित रहे.

इस मौके पर निदेशक के मार्गदर्शन में सभी किसानों का परिचय करते हुए उन की खेती और पशुपालन के बारे में जानकारी लेते हुए उन की समस्या पर चर्चा अपनी टीम के साथ की गई. निदेशक द्वारा सभी किसानों को छोटे स्तर से पशुपालन की शुरुआत करने का सुझाव दिया गया.

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