ग्वालियर : मध्य प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त अशोक वर्णवाल ने कहा है कि किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए परंपरागत कृषि को हाई वेल्यू क्रौप (अधिक आय वाली फसल) में शिफ्ट किया जाए. उन्होंने कहा कि किसानों को इस प्रकार की फसलें अपनाने के लिए प्रेरित करें. उन्होंने कहा कि पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्यपालन को आय का अतिरिक्त जरीया न समझे, बल्कि उसे पूर्ण आर्थिक गतिविधि के रूप में लें, जिस से किसानों की आय में अधिक इजाफा हो.
कृषि उत्पादन आयुक्त अशोक वर्णवाल ने सभी जिला कलेक्टरों से कहा कि वे अपनेअपने जिले में किसानों को परंपरागत खेती के स्थान पर ऐसी फसलें लेने के लिए प्रेरित करें जिस का बाजार में अधिक मूल्य मिल रहा है. इस से किसानों कि आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और किसानों को बेहतर बाजार भी उपलब्ध होगा. उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को आधुनिक तकनीक के साथसाथ कृषि के क्षेत्र में उपयोग में लाई जा रही मशीनरी के लाभों से भी अवगत कराया जाए.
कृषि उत्पादन आयुक्त अशोक वर्णवाल ने कहा कि वर्तमान समय सूचना का समय है. सोशल मीडिया के माध्यम से भी किसानों के हित में केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी किसानों तक पहुंचाई जाए. आधुनिक तरीके से कृषि कर रहे सफल किसानों की जानकारी अन्य किसानों को मिले इस के लिए भी सोशल मीडिया का अधिक से अधिक उपयोग किया जाए.
अपर मुख्य सचिव हौर्टिकल्चर अनुपम राजन ने कहा कि उद्यानिकी के क्षेत्र में किसानों को प्रेरित किया जाना चाहिए. इस क्षेत्र के विकास की अपार संभावनाएं हैं. हमारा प्रयास होना चाहिए कि उद्यानिकी का क्षेत्र और बढ़े. किसान उद्यानिकी के क्षेत्र में भी ऐसी फसलों को चुने जिस के बाजार में अच्छे दाम मिल रहे हों. उन्होंने आगे कहा कि उद्यानिकी के क्षेत्र में कार्य कर रहे किसानों का भी शतप्रतिशत पंजीकरण हो यह पक्का किया जाए. सैंटर फौर एक्सीलैंस के प्रस्ताव जिला कलेक्टर शासन को भेजे, ताकि शासन स्तर पर स्वीकृति प्रदान की जा सके.
कृषि संचालक अजय गुप्ता ने बैठक में उर्वरक के उपयोग व उस की उपलब्धता के संबंध में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में डीएपी के वैकल्पिक उर्वरकों के बारे में किसानों को विस्तार से बताया जाए. सोशल मीडिया के माध्यम से भी किसानों को यह जानकारी दी जाए. उन्होंने कहा कि डबल लौक सैंटर पर जहां किसान खादबीज लेने आते हैं वहां पर एक बेहतर सैंटर स्थापित किया जाए. केंद्र पर किसानों के बैठने, छाया, प्रकाश व पेयजल की व्यवस्था हो, ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो.
आयुक्त सहकारिता मनोज पुष्प ने भी सहकारिता के क्षेत्र में प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी. उन्होंने जिला कलेक्टरों से अपेक्षा की वे सहकारिता के क्षेत्र में भी निरंतर मोनिटरिंग कर विभागीय कार्यों का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित कराएं.
संभागीय आयुक्त मनोज खत्री ने शुरुआत में ग्वालियर चंबल संभाग के संबंध में विस्तार से जानकारी दी. सभी जिला कलेक्टरों व मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा अपने अपने जिले के संबंध में इन सभी विभागों से संबंधित लक्ष्य की पूर्ति और गौशालाओं की स्थापना के बारे में जानकारी दी गई.