देश की अर्थव्यवस्था में कृषि क्षेत्र का बड़ा योगदान है और लगभग 70 फीसदी आबादी कृषि क्षेत्र से जुड़ी है. यही वजह है कि देश के इस क्षेत्र में बहुत सारे रोजगार भी मौजूद हैं लेकिन अनेक लोगों को ध्यान इस तरफ आता ही नहीं है, इसलिए जरूरी है कि इधर-उधर हवा में हाथ-पैर मारने के बजाय कृषि सेक्टर में रोजगार के अवसर तलाश किए जाएं. नौजवान छात्र पढ़ाई में कृषि जैसे विषयों को शामिल करें, जो आपके लिए रोजगार की राह आसान करेंगे.

कृषि क्षेत्र में अनेक मौके

कृषि क्षेत्र बहुत बड़ा है इसलिए इसमें रोजगार के अनेक रास्ते भी खुलते हैं, जो अनेक युवा छात्र-छात्राओं को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. आज इस क्षेत्र में अनेक नौकरियों में लाखों रुपए की सैलरी है, जिससे आने वाला कल भी सुरक्षित है. दिनों – दिन आबादी बढ़ रही है. ऐसे में कृषि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर उत्पाद करना होता है, तो रोजगार के मौके भी बढ़ने हैं, इसलिए आज ही तय करें कि हम कृषि क्षेत्र में अपना भी योगदान देंगे.

एग्रीकल्चर इंजीनियर की बढ़ती मांग

आजकल खेती करने के तरीके बदल गए हैं. खेती में बड़े पैमाने पर कृषि यंत्रों का उपयोग किया जाने लगा है. ऐसे में कृषि अभियंता बनने की राह आप चुन सकते हैं. इस क्षेत्र में जाने के लिए आप एग्री-इंजीनियरिंग में बीटेक कर सकते हैं. इस विधा की पढाई कर आप कृषि कौशल में एक्सपर्ट बन सकते हैं और मशीनों का निर्माण कर सकते हैं. आप एग्रीकल्चर इंजीनियर बन कर अत्याधुनिक कृषि मशीनों का निर्माण, उसकी डिजाइनिंग आदि कर सकते हैं. अनेक कृषि यंत्र निर्माताओं को आप जैसे लोगों की तलाश रहती है. इसके अलावा आप सरकारी नौकरी में भी जा सकते हैं.

बनें कृषि फार्म मैनेजर, करें कमाई

खेती से उत्पादन मिलने के बाद जरूरत होती है फार्म मैनेजर की, जिसका काम आपके फार्म को मैनेज करना होता है. कृषि उत्पाद को स्टॉक करना, उसका सही रख-रखाव करना और उसे सही समय पर सही रेट में बेचना. कृषि फार्म मालिक को अच्छा मुनाफा कमा कर देना भी एक फार्म मैनेजर की जिम्मेदारी होती है. इस क्षेत्र में जाने के लिए आपको बिजनेस या कृषि क्षेत्र से ग्रेजुएट होना जरूरी है. अगर आप बीबीए और एमबीए हैं और कृषि क्षेत्र से आपका लगाव है तो आप इस फील्ड में आप फार्म मैनेजर बन सकते हैं.

गुणवत्ता के लिए बनें फूड साइंटिस्ट 

फूड साइंटिस्ट का रिश्ता उपभोक्ता से जुड़ा है. इसके लिए खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता में सुधार करना, उसमें मौजूद पोषण तत्वों की जांच करना और लैब टेस्ट के जरिए उपभोक्ताओं तक गुणवत्ता युक्त खाद्य पहुंचाना फूड साइंटिस्ट का काम होता है. इस में नौकरी पाने के लिए फूड साइंस, केमिस्ट्री या माइक्रोबायोलॉजी जैसे विषयों से ग्रेजुएट होना जरूरी है.

बनें कृषि सलाहकार, बनें मददगार

अनेक नए किसान ऐसे होते हैं जो खेती तो करते हैं लेकिन उन्हें कृषि से जुड़ी कुछ चीजें पता नहीं होती हैं, तो वे कृषि सलाहकार की मदद लेते हैं. राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार समय-समय पर कृषि सलाहकार पद के लिए नियुक्ति करती रहती है. इन पदों को लिए कृषि विज्ञान से ग्रेजुएट होना जरूरी है. कृषि सलाहकार का काम होता है किसानों को क्रॉप मैनेजमेंट, खाद बीज, कीटनाशक, खाद उर्वरक आदि के बारे में देना.

देश की तरक्की में दें योगदान, बनें कृषि वैज्ञानिक

कृषि क्षेत्र और देश की तरक्की में कृषि वैज्ञानिकों का बहुत बड़ा हाथ है. यह कृषि की उत्पादकता बढ़ाने, खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वैज्ञानिक तकनीकियों के जरिए किसानों की राह आसान करते हैं. कृषि वैज्ञानिक बनने के लिए अनेक क्षेत्र हैं, जिनमें पादप प्रजनन, मृदा विज्ञान और कीट प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में शोध करते हैं और नई फसल किस्मों को विकसित करने, मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार करने और प्रभावी खेती के तरीकों का सुझाव देने के लिए किसानों के साथ काम करते हैं. इसके लिए आपको एमएससी के बाद पीएचडी करनी होगी.

 

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