Sirohi Breed Goats : केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर, तहसील मालपुरा, जिला टोंक में 10 सितंबर, 2025 को सुबह 11 बजे सिरोही बकरी के सैक्टर पर चांदसेन और टोरडी गांव के 50 सिरोही बकरीपालक अनुसूचित जाति (एसी श्रेणी) के किसानों के लिए किसानवैज्ञानिक संवाद हुआ और बकरी नस्ल सुधार के लिए 10 बीजू सिरोही बकरे का वितरण आर्थिक रूप से कमजोर (अन्तोदय और बीपीएल परिवार) लोगों को वितरित किए गए.

अविकानगर संस्थान के निदेशक डा. अरुण कुमार तोमर द्वारा उपस्थित किसानों को बदलते वातावरण के  अनुसार वैज्ञानिक पद्धति से सिरोही  बकरीपालन (Sirohi Breed Goats) करने का सुझाव दिया गया, जिस में नस्ल, स्वास्थ्य, दाना, आवास एवं चारा प्रबंधन पर फोकस कर के ज्यादा से ज्यादा उत्पादन लिया जा सकता है.

निदेशक ने सभी को और्गेनिक खेती, अधिक से अधिक चारा और फलदार पौधा रोपण और परिवार को सक्षम करने के लिए सब सदस्यों को मिल कर विभिन्न आय के स्रोत से परिवार की आजीविका बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की गई.

अंत में निदेशक द्वारा सिरोही नस्ल की बकरी (Sirohi Breed Goats) को पाल कर अच्छे प्रबंधन के लिए आवश्यक उपायों पर चर्चा की गई. डा. मिश्रा ने बताया कि सिरोही बकरे का वितरण सिरोही बकरी परियोजना की अनुसूचित जाति उपयोजना में 10 रैगर जाति (9 किसान चांदसेन और एक टोरडी गांव) के सिरोही बकरीपालक किसानों को नस्ल सुधार हेतु किया गया और किसानों को सिरोही बकरीपालन समस्या के लिए अविकानगर संस्थान के संपर्क की सलाह देते हुए यहां की व्यवस्था को अपनाने पर जोर दिया.

वितरण कार्यक्रम के अवसर पर डा. पीके मलिक, डा. सुभाष कच्छवा, डा. केए सरवनन, डा. अमर सिंह मीना, जगदीश गुर्जर, विष्णु भटनागर आदि ने अपना पूरा सहयोग किया.

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