नई दिल्ली : कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने 18 अगस्त, 2023 तक खरीफ फसलों के तहत क्षेत्र कवरेज की प्रगति जारी की है. इन आंकड़ों के अनुसार, इस साल तकरीबन कुल 1,022 लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्रफल में बोआई हुई है, जिस में श्री अन्न यानी मोटा अनाज 176.39 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में बोया गया है, जबकि गन्ने की बोआई 56.06 लाख हेक्टेयर में की गई है.

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, साल 2023 में धान की रोपाई 360.79 लाख हेक्टेयर में की गई है, जो साल 2022 में 345.79 लाख हेक्टयर रही थी. अरहर 40.92 लाख हेक्टेयर, उड़द 30.19 लाख हेक्टेयर, मूंग 30.39 लाख हेक्टेयर, कुल्थी 0.25 लाख हेक्टेयर व अन्य दालें 13.18 लाख हेक्येटर में बोई गई हैं, जो कुल मिला कर 114.93 लाख हेक्टयर है. यह आंकडा साल 2022 में 126.52 लाख हेक्टयर था.

मोटे अनाज का बढ़ा क्षेत्रफल

अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष का असर इस साल मोटे अनाज के बढ़े रकबे पर देखने को मिला है. बीते साल मोटे अनाज की बोआई का रकबा तकरीबन 173.60 लाख हेक्टेयर था, जो इस साल बढ़ कर 176.39 लाख हेक्टेयर हो गया है. इस में ज्वार 13.75, बाजरा 69.70, रागी 7.04, छोटा बाजरा 4.66, मक्का 81.25 लाख हेक्टेयर में बोया गया है. इस के अलावा इस साल तिलहन की बोआई का कुल क्षेत्रफल 185.91 लाख हेक्टेयर है, जबकि पिछले साल 189.08 लाख हेक्टेयर था. इस में मूंगफली 42.77, सोयाबीन 124.15, सूरजमुखी 0.66, तिल 11.52, नाइजर 0.24, अरंडी 6.48, अन्य तिलहन 0.11 लाख हेक्टेयर में बोया गया है. गन्ना 56.06, जूट एवं मेस्टा 6.56, कपास 121.86 लाख हेक्टेयर में बोया गया है.

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