छोटा पौधा तकरीबन 85 सैंटीमीटर, बाल की लंबाई तकरीबन 10 इंच, एक बाल में तकरीबन 70-80 दाने होते हैं. इस का दाना मोटा, लंबा व चमकदार है. 1,000 दाने का वजन तकरीबन 70-75 ग्राम है, तो वहीं जिंक आयरन की मात्रा 48 प्रतिशत है.

रबी सीजन की फसल गेहूं की नई प्रजाति कुदरत 9 शुगर और दूसरी बीमारियों में काफी लाभदायक है. इस की खूबी यह है कि पौधा छोटा होने के कारण तेज आंधीतूफान आने पर भी गिरता नहीं है. इतना ही नहीं, नई प्रजाति कुदरत 9 में प्रचलित प्रजातियों से डेढ़ गुना अधिक उत्पादन क्षमता होती है.

पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात के लाखों किसान इस प्रजाति को लगा कर बीज से बीज बना रहे हैं. इस की फसल अच्छी जा रही है. यह किस्म तकरीबन 110-120 दिनों में पक कर तैयार हो जाती है. इस की बोआई में प्रति एकड़ 40 किलोग्राम बीज लगता है और यह फसल 2-3 पानी में पक जाती है.

किसान भाई खेत में गेहूं की फसल देख कर गेहूं बीज की और्डर बुकिंग कर रहे हैं. 4 से 5 गुना मुनाफा मिल रहा है. घर बैठे किसान भाई स्वरोजगार पा रहे हैं.

अधिक जानकारी के लिए कुदरत कृषि शोध संस्था, टडि़या, वाराणसी, उत्तर प्रदेश से भी संपर्क कर सकते हैं. बीज उत्पादन का प्रशिक्षण प्राप्त कर इस प्रजाति को पौधा किस्म प्राधिकरण संस्था, दिल्ली के प्रकाश सिंह रघुवंशी के नाम रजिस्टर्ड किया है. 4 बार इन्हें प्रथम राष्ट्रपति पुरस्कार व लाइफटाइम एचीवमैंट पुरस्कार से सम्मानित किया है.

नैशनल इनोवेशन फाउंडेशन, अहमदाबाद, गुजरात इन बीजों को देश के कई कृषि विश्वविद्यालयों जैसे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, जबलपुर, मध्य प्रदेश, चंद्रशेखर कृषि विश्वविद्यालय, कानपुर, उत्तर प्रदेश व नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश गेहूं अनुसंधान, करनाल, हरियाणा, डा. राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, समस्तीपुर, बिहार में वितरित कर रहा है.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
सब्सक्राइब करें
अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें...