Vermicompost : महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के अधीन कृषि विज्ञान केंद्र चित्तौड़गढ़ द्वारा राज्यपाल स्मार्ट विलेज पहल कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय वर्मीकंपोस्ट (Vermicompost) उत्पादन तकनीकी विषय पर चयनित गांव पायरी पंचायत समिति बड़ीसादड़ी में पिछले दिनों 22 अगस्त, 2025 को आयोजित किया गया.
इस प्रशिक्षण में 43 किसान सहित कई महिला किसानों ने भाग लिया. इस कार्यक्रम में डा. आरएल सोनी, निदेशक प्रसार, प्रसार शिक्षा निदेशालय, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर ने बताया कि राज्यपाल स्मार्ट विलेज के तहत चयनित गांव पायरी अब स्मार्ट गांव बनेगा.
डा. आरएल सोनी ने बताया कि योजना के तहत कृषि के क्षेत्र में नई तकनीकों का इस्तेमाल कर गांव में फसल, सब्जी उत्पादन, पशुपालन, मुरगीपालन, बागबानी द्वारा किसानों को अधिक आमदनी कमाने के लिए प्रेरित किया जाएगा.
इस के साथ ही, कृषि विज्ञान केंद्र, चित्तौड़गढ़ द्वारा स्मार्ट विलेज पायरी ग्राम पंचायत के जनजाति क्षेत्र के किसानों के लिए लगाए गए विभिन्न प्रदर्शनों मुरगीपालन इकाई, वर्मीकंपोस्ट इकाई, अजोला इकाई बीज भंडारण के लिए कोठी प्रदर्शन आदि के बारे में किसानो से बातचीत की गई और किसानों के यहां लगाई गई इकाइयों का भी अवलोकन किया गया.
डा. आरएल सोलंकी, कृषि विज्ञान केंद्र चित्तौड़गढ़ ने मृदा स्वास्थ्य के लिए जैविक खादों का प्रयोग, वर्मीकंपोस्ट बनाने की कई विधियां समेत जैविक खाद वर्मीवाश तैयार करने की तकनीकी जानकारी दी. साथ ही, किसानों को खरीफ फसलें मक्का में फौलआर्मी और सोयाबीन में येलो मोजेक को नियत्रंण करने की दवा छिड़काव करने की प्रायोगिक जानकारी दी. कृषि विज्ञान केंद्र चितौड़गढ़ की दीपा इंदौरिया, कार्यक्रम सहायक ने पोषण वाटिका लगाने की तकनीकी जानकारी दी. इस प्रशिक्षण में प्रगतिशील किसान लाल सिंह मीणा, लक्ष्मण सिंह मीणा, नानू सिंह मीणा आदि उपस्थित थे.