मूंगफली की फसल पकने के बाद उस की खुदाई कर ली जाती है. बाद में मूंगफली को पौधों की जड़ों से अलग करने के लिए उन्हें हाथ से तोड़ा जाता है या मूंगफली थ्रैशर के द्वारा अलग की जाती है. हाथ से तोड़ने के अलावा मूंगफली को अलग करने के लिए कुछ दूसरे तरीके भी अपनाए जाते हैं.

मूंगफली हाथ से तोड़ने में काफी समय भी लग जाता है. छोटे क्षेत्रफल के लिए तो यह ठीक है लेकिन देश में कई ऐसे इलाके हैं जहां मूंगफली की ज्यादा पैदावार ली जाती है. ऐसी जगह के लिए मूंगफली की गहाई के लिए मूंगफली थ्रैशर ही अच्छा जरीया है.

मूंगफली में खुदाई के बाद फसल को हवा लगने यानी सूखने के लिए छोड़ दिया जाता है. इस के बाद दूसरे अनाजों की तरह ही मूंगफली की थ्रैशर से गहाई की जाती है. इस में मूंगफली पौधों से झड़ कर अलग हो जाती हैं जो मशीन में नीचे लगी छानने वाली ट्रे में गिरती रहती हैं और मशीन के दूसरी तरफ से उस के अवशेष निकलते रहते हैं.

थ्रैशर से गहाई करने पर मूंगफली का दाना भूसे में भी नहीं जाता और मूंगफली साफ निकलती है. मूंगफली गहाई का थ्रैशर गेहूं के थ्रैशर से थोड़ा अलग हट कर होता है.

मूंगफली थ्रैशर से दूसरी फसलें जैसे मूंग, मोठ, मसूर, धनिया की भी गहाई की जाती है. पंजाब की गिल एग्रो इंडस्ट्रीज इस तरह का थ्रैशर बनाती है. कंपनी का कहना है कि उन के इस थ्रैशर की राजस्थान में बहुत मांग है. यह थ्रैशर उम्दा तकनीक से भारतीय मानकों के हिसाब से बनाया गया है. दूसरे थ्रैशरों के मुकाबले इस में लगे भारी फ्लाईह्वील के चलते यह थ्रैशर लोड नहीं लेता है और डीजल भी कम खर्च होता है. साथ ही, इस के अच्छे नतीजे भी मिले हैं. यह भारत सरकार से मान्यताप्राप्त थ्रैशर है.

अधिक जानकारी के लिए गिल एग्रो कंपनी के फोन नंबर 09417066252 या 09317100008 पर बात कर के अधिक जानकारी ले सकते हैं.

इस के अलावा महाराष्ट्र की गणेश एग्रो इक्विपमैंट्स कंपनी ‘गणेश राज’ नाम से थ्रैशर बनाती है. उन के टोल फ्री नंबर 18001200313  या 91-2764-273442/ 267446 पर भी जानकारी ली जा सकती है.

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