Award : लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (लुवास), हिसार के पशु उत्पादन प्रबंधन विभाग के सहायक प्रोफैसर डा. मान सिंह ने राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय का नाम गौरवान्वित किया है. उन्होंने एनिमल फिजियोलौजिस्ट्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित वार्षिक सम्मेलन एपीएसीओएन 2025 एवं जलवायु अनुकूल पशु उत्पादन के लिए अगली पीढ़ी के शारीरिक दृष्टिकोण विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में अपने उत्कृष्ट शोधकार्य के लिए सर्वश्रेष्ठ मौखिक प्रस्तुति पुरस्कार (Award) प्राप्त किया.
यह प्रतिष्ठित सम्मेलन वैटरनरी कालेज, नंदीनगर, बीदर (कर्नाटक) में आयोजित किया गया था. इस आयोजन का सफल संचालन कर्नाटक वैटरनरी, एनिमल एंड फिशरीज साइंसेज यूनिवर्सिटी, बीदर के पशु शरीर क्रिया एवं जैव रसायन विभाग द्वारा किया गया.
इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में देशभर के 150 से अधिक वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों एवं शोधकर्ताओं ने भाग लिया और अपनेअपने शोध कार्य प्रस्तुत किए.
डा. मान सिंह ने इस सम्मेलन में अपने शोध विषय ‘इन्फ्रारेड थर्मोग्राफी के उपयोग से डेयरी बकरियों में मास्टाइटिस का गैरआक्रामक मूल्यांकन’ पर शोधपत्र प्रस्तुत किया. उन के शोधकार्य को सम्मेलन में उपस्थित विशेषज्ञों ने वैज्ञानिक नवीनता, अनुसंधान की उत्कृष्टता, सटीक तकनीकी दृष्टिकोण तथा पशुधन उत्पादन में व्यावहारिक उपयोगिता के लिए अत्यधिक सराहा.
यह शोधकार्य इस दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है कि भविष्य में पशुओं में होने वाले रोगों, विशेषकर मास्टाइटिस (थनों की सूजन) जैसी समस्याओं का बिना किसी शल्य या दर्दनाशक प्रक्रिया के केवल इन्फ्रारेड तकनीक के माध्यम से शीघ्र और सटीक निदान किया जा सके. यह पद्धति पशुओं के स्वास्थ्य प्रबंधन में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है, जिस से डेयरी पशुपालन अधिक उत्पादक, सुरक्षित और जलवायु सहनशील बन सकेगा.
सम्मान प्राप्ति के उपरांत महाविद्यालय के डीन डा. मनोज रोज, विभागाध्यक्ष डा. देवेंद्र बिढान और डा. मान सिंह ने कुलपति प्रो. (डा.) विनोद कुमार वर्मा से मुलाकात की.
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डा.) विनोद कुमार वर्मा ने डा. मान सिंह को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान विश्वविद्यालय के शिक्षकों और शोधार्थियों के लिए प्रेरणास्रोत है और लुवास के वैज्ञानिक योगदान की सार्थकता को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय सदैव अपने शिक्षकों और विद्यार्थियों को उच्चस्तरीय शोधकार्यों के लिए प्रोत्साहित करता रहेगा




 
  
         
    




 
                
                
                
                
                
               