डिजिटल प्लेटफार्म : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में ‘विस्तार प्रबंधन’ विषय पर 21 दिवसीय रिफ्रैशर कोर्स संपन्न हुआ. इस रिफ्रैशर कोर्स में लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, महाराणा प्रताप बागबानी विश्वविद्यालय तथा चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के प्रतिभागियों ने भाग लिया. मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय में आयोजित किए गए इस कोर्स के समापन अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कांबोज बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे.
कुलपति प्रो. बीआर कांबोज ने अपने संबोधन में कहा कि वैज्ञानिक शोध कार्यों, नवीनतम तकनीकों और ग्रामीण विकास से संबंधित सूचनाओं को डिजिटल प्लेटफार्म, मोबाइल एप और सोशल मीडिया के माध्यम से शीघ्र पहुंचाना सुनिश्चित करें. सतत कृषि विकास के लिए प्राकृतिक संसाधनों (जल, मिट्टी तथा जैव विविधता) का संरक्षण कर के कृषि क्षेत्र को लाभकारी व्यवसाय बनाने के लिए वैज्ञानिक आपसी तालमेल के साथ कार्य करें.
कृषि आधारित उद्यमिता को बढ़ावा दे कर ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर सृजित करने के साथसाथ किसानों की समस्याओं का समाधान करने के लिए वैज्ञानिक और किसानों के बीच संवाद स्थापित किया जाए. किसानों को उन्नत किस्म के बीज, आधुनिक कृषि यंत्र तथा फसल सुरक्षा तकनीक के बारे में प्रशिक्षित करना अति आवश्यक है. किसानों में नेतृत्व क्षमता, संगठन शक्ति का विकास करें ताकि वे सहकारिता और समूह आधारित खेती कर सकें.
कुलपति ने विस्तार विशेषज्ञों से आह्वान किया कि वे किसानों को अपनी आमदनी में बढ़ोतरी करने के लिए खेतीबारी के साथसाथ पशुपालन, बागबानी, मधुमक्खीपालन तथा मत्स्यपालन का व्यवसाय करने के लिए प्रोत्साहित करें तथा सरकार द्वारा किसानों के कल्याणार्थ क्रियान्वित की जा रही योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी समय पर उपलब्ध कराएं, ताकि वे उपरोक्त योजनाओं का लाभ उठा सकें. कुलपति ने कार्यक्रम के समापन अवसर पर प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र भी वितरित किए.
मानव संसाधन प्रबंधन निदेशक डा. रमेश कुमार ने सभी का स्वागत करते हुए बताया कि इस रिफ्रैशर कोर्स का आयोजन शिक्षकों, वैज्ञानिकों एवं विस्तार विशेषज्ञों के लिए किया गया है, ताकि विस्तार प्रबंधन हेतु उन की क्षमता, ज्ञान व कौशल संवर्धन किया जा सके. डा. अनुराग ने कोर्स के बारे में विस्तार से जानकारी दी.