Net House :आज के समय में कृषि क्षेत्र में नईनई तकनीकियां आ रही हैं. दिनोदिन खेती करने के तौरतरीके बदल रहे हैं. बिन मौसम की फलसब्जियां सालोंसाल आप को बाजार मैं दिख जाएंगी. यह सब बदलाव खेती में होने वाले विकास का आईना है. किसान अब किसी भी मौसम में किसी भी फलसब्जी की खेती कर सकता है और इस के लिए किसानों को एक खास तकनीक अपनाने की जरूरत होती है. इस तरह की खेती ग्रीनहाउस, पौलीहाउस और नैटहाउस (Net House) में की जाती है, जिन्हें फसल रक्षक नैटहाउस कह सकते हैं.

नैटहाउस (Net House) में अपनी मनपसंद खेती करने के लिए उस में उस फसल के माफिक ऐसा वातावरण मिलता है, जिस की उसे जरूरत होती है. हालांकि, फसल रक्षक नैटहाउस तैयार करने में भारीभरकम खर्च आता है, लेकिन यह खर्च एक बार करने से कई सालों तक केवल आमदनी ही होती है. इस के अलावा नैटहाउस लगाने के लिए सरकार द्वारा भी अच्छीखासी सब्सिडी दी जाती है, जो राज्यों के अनुसार अलगअलग हो सकती है. सरकार से सब्सिडी लेने के लिए आप को अपने राज्य की संबंधित कृषि विभाग की बैबसाइट पर औनलाइन आवेदन करन होगा. यह सब्सिडी 70 से 80 फीसदी तक हो सकती है.

नैटहाउस (Net House) में बेमौसम की फलसब्जियां किसी भी समय उगाई जा सकती हैं. इस में पौधों को बाहरी मौसम के नुकसान से बचाने के लिए जालीदार ढांचे का उपयोग किया जाता है. यह एक आधुनिक और प्रभावी तरीका है जिस से किसान अपनी फसलों को सुरक्षित रख सकते हैं और उत्पादन बढ़ा सकते हैं.

नैटहाउस (Net House) में खेती करने से अनेक फायदे भी हैं, जैसे जब बेमौसम की सब्जियां नैट हाउस में उगाते हैं, तो आप को उन की मनमाफिक कीमत मिलती है, क्योंकि बेमौसम सब्जियों की होटलों आदि में काफी मांग होती है. मंडी में भी अच्छे दाम मिलते हैं.

कीटों और पक्षियों से बचाव

नैटहाउस (Net House) में जालीदार ढांचा होता है, जो कीटों और पक्षियों को फसलों से दूर रखता है, जिस से फसलों को नुकसान नहीं पहुंचता.

जलवायु परिवर्तन से बचाव 

नैटहाउस(Net House)  में तापमान और आर्द्रता को नियंत्रित किया जा सकता है, जिस से पौधों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से बचाया जा सकता है.

उत्पादन में बढ़ोतरी

नैटहाउस में पौधों को सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण मिलता है, जिस से उत्पादन बढ़ सकता है.

रासायनिक उपयोग में कमी

नैटहाउस में कीटों और रोगों को नियंत्रित करने के लिए रासायनिक उपयोग की आवश्यकता कम होती है, जिस से फसलों की गुणवत्ता बढ़ जाती है.

नैटहाउस के लिए जरूरी उपकरण

नैटहाउस में लिए जालीदार ढांचा आवश्यक है, जो कीटों और पक्षियों को फसलों से दूर रखता है और नैटहाउस में जरूरी सिंचाई प्रणाली भी आवश्यक है, जो पौधों को पर्याप्त पानी देने का काम करती है.

इस के अलावा नैटहाउस में वातावरण नियंत्रण प्रणाली आवश्यक है जो तापमान और आर्द्रता को नियंत्रित करती है और उस में होने वाली फसल को मनमाफिक तापमान देती है. नैटहाउस में टमाटर, मिर्च, खीरा कद्दू, करेला आदि सब्जियां उगाई जा सकती हैं.

खेती रक्षक नैटहाउस

मध्य प्रदेश में खेती रक्षक नैटहाउस जो 400 वर्गमीटर से 1600 वर्गमीटर तक के आकार में उपलब्ध हैं, सब से किफायती नैटहाउस माना जाता है, जिस में 3 गुना से 5 गुना अधिक उपज मिलती है. इस में 90 फीसदी पानी की बचत होती है और 90 फीसदी तक ही कीटबीमारी नहीं लगती हैं. इस के अलावा अधिक धूप, बरसात, ओलावृष्टि से भी बचाव होता है.

आप इस फसल रक्षक नैटहाउस में 15 से भी ज्यादा तरह की फलसब्जियां उगा सकते हैं, नर्सरी भी तैयार कर सकते हैं.

अधिक जानकारी के लिए मोबाइल नंबर 7207799223 पर बात कर सकते हैं या वैबसाइट www.kheyti.com पर भी विजिट कर सकते हैं.

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