नमकीन की बात करें तो काजू का अपना अलग महत्त्व होता है. काजू महंगा है, लिहाजा उस से बनने वाली नमकीन भी महंगी बिकती है. आम लोगों के लिए काजू का इस्तेमाल करना कठिन होता है. ऐसे में काजू के आकार वाली मैदे से बनने वाली मसालेदार नमकीन खूब पसंद की जाती है. सस्ती होने के साथ यह बेहद चटपटी और स्वादिष्ठ होती है. चाय के साथ मैदा काजू नमकीन काफी पसंद की जाती है. यह कुरकुरी होती है. इसे बनाना बेहद सरल होता है. ज्यादातर जगहों पर इसे गृह उद्योग की तरह बनाया और बेचा जाता है. मैदा काजू नमकीन को बना कर बेचना काफी मुनाफे का काम होता है.
नमकीन बनाने का काम करने के लिए बड़े बजट की जरूरत नहीं होती. इसे बेचना या दुकानों तक पहुंचाना ही कठिन होता है. मैदा काजू नमकीन काफी पसंद की जाने वाली नमकीन होती जा रही है. इस की वजह इस का चटपटा और मसालेदार होना है.
इसे बनाने वाले कारीगर सुरेश कहते हैं, ‘मैदे से काजू का आकार बहुत ध्यान से बनाना होता है, जिस से यह देखने में पूरी तरह से काजू जैसा लगे. इस के अलावा इसे ज्यादा फ्राई न करें.’
अब मैदा काजू नमकीन पैकिंग में बेचा जाता है. पैकिंग करते समय यह ध्यान देने की जरूरत है कि यह कुरकुरा बना रहे. 1 किलोग्राम नमकीन बनाने की लागत करीब 100 रुपए आती है, जबकि इस की बिक्री 250 से 300 रुपए तक में होती है. ऐसे में यह काफी मुनाफे का काम होता है.
भारत में नमकीन के उद्योग में मैदे से बनने वाली चीजें बहुत ज्यादा बिकती हैं. इन की पैकिंग के लिए छोटी मशीनें होती हैं, जो पैकेट को बंद करने के काम आती हैं.