मुरैना : परिवार में घर चलाने में परेशानी और माली तंगी के चलते एक महिला ने इतनी मेहनत की कि उस की अलग पहचान बन गई. पूरे इलाके में अब इस महिला को ड्रोन दीदी के रूप में जाना जाता है. मुरैना जिले के जौरा तहसील के अंतर्गत पचोखरा में ’’सेल्फ हेल्प ग्रुप’’ की महिला ने मिशन ज्वाइन कर के अपना जीवन बदल लिया है.

कैलादेवी एसएचजी की सुनीता शर्मा ने अपने घर से रोजगार बढ़ाने के लिए सिलाई से सफर शुरू किया और धीरेधीरे से उन्हें ड्रोन चलाने तक की ट्रेनिंग मिली. सुनीता शर्मा की अब उस क्षेत्र में ड्रोन दीदी के रूप में पहचान बन गई है.

सुनीता शर्मा बताती हैं कि वे पहले घर पर रहती थीं. उन की माली हालत इतनी अच्छी नहीं थी. समूह से जुड़ने के बाद उन्हें 25,000 रुपए का लोन मिला. उन्होंने सब से पहले सिलाई मशीन खरीदी और सिलाई का काम शुरू किया. धीरेधीरे उन की 8,000 रुपए की कमाई हर महीने होने लगी. इस के बाद उन्होंने ’नमो ड्रोन योजना’ की ट्रेनिंग ली. अब तक 60 एकड़ से ज्यादा खेत में ड्रोन से मेडिसिन छिड़काव कर चुकी हैं. आजीविका मिशन से जुड़ कर ही ये सब संभव हो सका है.

उन्होंने यह भी बताया कि वे अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ा रही हैं. उन  का परिवार खुशहाल जीवन जी रहा है. सुनीता शर्मा ने कहा कि आजीविका मिशन एवं इफको की समस्त टीम को दिल से शुक्रिया जिन्होंने उन्हें इस मुकाम पर पहुंचाया.

सुनीता शर्मा ने ’’नमो ड्रोन योजना’’ से दिनोंदिन तरक्की की है. उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि 15 अगस्त, 2024 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नई दिल्ली के लाल किले पर होने वाले मुख्य आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्पेशल गेस्ट की लिस्ट में उन को शामिल किया गया है.

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