अदरक में कई महत्त्वपूर्ण पोषक तत्त्व जैसे विटामिन सी, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, जिंक, कौपर, मैगनीज और क्रोमियम पाए जाते हैं. अदरक में बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने की क्षमता होती है, इसलिए इस के नियमित सेवन करने से यह गले के संक्रमण से बचाता है. यह शरीर में पैदा होने वाले केलोस्ट्राल को कम कर देता है.
भूख न लगने पर अदरक को महीन काट कर उस में थोड़ा सा नमक मिलाने और रोज एक बार लगातार 1 सप्ताह तक थोड़ाथोड़ा खाने से भूख लगनी शुरू हो जाएगी.
कोल्ड और फ्लू जैसी बीमारियों में लाभप्रद होने के अलावा अदरक दस्त और फूड पौइजनिंग जैसी बीमारियों के लिए भी लाभप्रद है. इस का नियमित सेवन करने से पाचन शक्ति दुरुस्त रहती है.
अदरक का नियमित सेवन माइग्रेन के दर्द में फायदा करता है.
पीरियड के दौरान पेट में होने वाले दर्द में गुड़ के साथ अदरक की चाय बना कर पीने से आराम होता है.
अदरक एक बेहतरीन दर्दनाशक है. खांसी, जुकाम, बुखार और सिरदर्द में इस का सेवन करने से तुरंत आराम मिलता है.
अदरक से निम्नलिखित खाद्य पदार्थ बनाए जा सकते हैं :
अदरक की कैंडी
बहुत कम रेशे वाली बड़ी घाट की पकी हुई अदरक ले कर अच्छी प्रकार से पानी से साफ कर लें.
छिलका उतार कर फिर एक बार पानी से साफ करें. गांठों को खूब अच्छी तरह से गोद कर गोलगोल उचित साइज में काट लें.
कटे हुए टुकड़ों को मलमल के कपड़े में बांध कर उबलते हुए पानी में 1 घंटे के लिए छोड़ दें, जिस से कि वे नरम हो जाएं. इस के बाद टुकड़ों को निकाल कर सुखा लें.