Sweets : खानपान के कारोबार में नएनए प्रयोग हो रहे हैं, जिन से खाने वालों को नएनए स्वाद मिल रहे हैं. जरूरत इस बात की है कि खाने की चीजों को लंबे समय तक खराब होने से कैसे बचाया जा सके. इस के लिए मिठाइयों में दूध या दूध से बनी चीजों का इस्तेमाल कम से कम किया जा रहा है.

खोए के मुकाबले मेवों से बनने वाली मिठाइयां लंबे समय तक चलती हैं. मेवे महंगे होने के कारण उन से तैयार होने वाली मिठाइयां भी महंगी हो जाती हैं. मेवों से तैयार होने वाली मिठाइयों की कीमत 8 सौ रुपए प्रति किलोग्राम के करीब होती है. खोए से तैयार होने वाली मिठाइयां भी 6 सौ रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच रही हैं.

ऐसे में संतरा बरफी को इस तरह से तैयार किया गया है कि यह 5 सौ रुपए प्रति किलोग्राम से कम में ही खाने को मिल जाती है. यह सेहत के लिए भी खोए की मिठाइयों से बेहतर होती है.

लखनऊ के छप्पन भोग मिठाई शौप के मालिक विनोद गुप्ता कहते हैं, ‘हमारे देश में तमाम तरह के फलों की पैदावार होती है. इन फलों में सेहत और स्वाद का खजाना छिपा होता है. इन फलों का स्वाद लोग हमेशा लेना चाहते हैं. ऐसे में हम ने कुछ मिठाइयों को फलों के स्वाद वाली बनाने की शुरुआत की है. संतरा बरफी उन में से एक है. पहले यह बेसन से तैयार होती थी. उसे संतरे का रंग और स्वाद दिया जाता था. पर वह खाने में बहुत अच्छी नहीं लगती थी. ऐसे में संतरा बरफी को नए तरीके से पेठे की तरह से तैयार किया जाने लगा है. यह बेसन से तैयार बरफी से अलग होती है. इसे पेठे की तरह तैयार कर के इस में संतरे के पल्प से तैयार रस मिलाया जाता है. इस वजह से इस में संतरे के स्वाद और ताजगी का एहसास होता है.’

कैसे बनती है संतरा बरफी

सामग्री : डेढ़ किलोग्राम सफेद कद्दू, 1 किलोग्राम चीनी, 10 ग्राम चूना और 2 बड़े चम्मच गुलाबजल, 250 ग्राम संतरा पल्प, दूध और चांदी का बरक.

विधि : कद्दू का छिलका व बीज अलग कर लें. इस के 2 इंच के टुकड़े काट लें. इन टुकड़ों को चूने के पानी में डाल दें. 8 से 10 घंटे बाद इन को कई बार साफ पानी से धोएं और उबलते पानी में डाल कर हलका सा नरम कर लें. कद्दू के टुकड़ों को घिस कर लच्छे तैयार कर लें. चीनी में पानी मिला कर चाशनी तैयार करें. थोड़ा सा दूध डाल कर चाशनी का मैल अलग कर लें. चाशनी में कद्दू के टुकड़ों से तैयार लच्छे डाल कर 15 मिनट धीमी आंच पर पकाएं. अगले दिन लच्छे निकाल कर चाशनी गाढ़ी करें. फिर उस में लच्छे डाल कर फिर से पकाएं. इसे रात भर रखा रहने दें. तीसरे दिन इस में संतरा पल्प डाल कर इस तरह से पकाएं कि चाशनी नीचे से जले नहीं, पर लच्छे पूरी तरह से सूख जाएं.

अब इन को किसी बड़ी प्लेट में रख कर बरफी की तरह से छोटेछोटे टुकड़े काट लें. अलगअलग टुकड़े को कागज की छोटीछोटी कटोरियों में रखें. सजावट के लिए चांदी के बरक का इस्तेमाल करें. इस से बरफी की ताजगी लंबे समय तक बनी रहेगी. संतरा बरफी में संतरे के स्वाद को पूरे साल लिया जा सकता है.

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