Lakhpati Didi : आने वाला साल (New Year) 2026 महिला किसानों के लिए नया अध्याय लिखने जा रहा है. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ‘लखपति दीदी’ योजना के तहत 1 साल के अंदर 1 करोड़ महिलाओं को लखपति बनाया जाएगा. इस योजना का उद्देश्य कृषि क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं को कृषि से जोड़कर उनकी वार्षिक आय कम से कम एक लाख रुपए या उससे अधिक तक करना है. योजना का लाभ तय समय सीमा में पूरा किया जा सके, इसके लिए रूपरेखा बनाई जा रही है.
‘लखपति दीदी’ योजना
‘लखपति दीदी’ (Lakhpati Didi) योजना केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना है, जिसे देश-भर में चलाया जा रहा है. इसी योजना को उत्तर प्रदेश सरकार एक लक्ष्य तय करके लागू करने की तैयारी में है. इस योजना तहत महिलाओं को कृषि से जुड़े अनेक कारोबार आदि की ट्रेनिंग दी जाती है और योजना के अंतर्गत अन्य सहायता और बाजार से जोड़कर स्वरोजगार के अवसर दिए जाते हैं, ताकि वे नियमित आमदनी ले सकें.
किन-किन तरीकों से होगी आमदनी
महिलाएं इस योजना के तहत स्वयंसहायता समूह बनाकर काम कर सकेंगी और जिन कामों से महिलाओं को होगी आमदनी, वे हैं-
• पशुपालन और डेयरी फार्मिंग
• मुर्गीपालन/ पोल्ट्री फार्मिंग
• सब्जी और बीज उत्पादन
• मधुमक्खीपालन और मशरूम उत्पादन
• कुटीर उद्योग
• खाद्य प्रसंस्करण
• सिलाई-कढ़ाई, अगरबत्ती, मसाला और पापड़, बड़ी, अचार आदि बनाना है.
इन सभी कामों को महिलाएं कर सकती हैं और अपनी आमदनी बढ़ाकर ‘लखपति दीदी’ (Lakhpati Didi) की लिस्ट में शामिल हो सकती हैं.
हर कदम पर सरकार देगी मदद
उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (UPSRLM) के जरिए इस योजना को लागू कर रही है. महिलाओं को व्यवसाय शुरू करने के लिए कौशल प्रशिक्षण, शुरुआती पूंजी सहायता, बैंक ऋण और उत्पादों की बाजार पहुंच बनाने में मदद की जाएगी.
आत्मनिर्भर बनेंगी महिलाएं
‘लखपति दीदी’ योजना का मकसद महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है. सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और गांव-देहात की महिलाएं अब केवल गृहिणी नहीं, बल्कि रोजगार करने वाली और रोजगार देने वाली भी बनेंगी.
योजना का लाभ लेने के लिए जरूरी है
• महिला स्वयंसहायता समूह (SHG) से जुड़ी हो.
• महिला ग्रामीण या शहरी आजीविका मिशन के तहत पंजीकृत हो.
• लाभार्थी महिला किसी न किसी आय सृजन गतिविधि में कार्यरत होनी चाहिए.
कैसे मिलेगा योजना का लाभ
‘लखपति दीदी’ (Lakhpati Didi) योजना के लिए महिलाओं का चयन स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से ग्राम पंचायत, ब्लॉक कार्यालय या आजीविका मिशन द्वारा किया जाता है, इसलिए वे इस योजना का लाभ लेने के लिए अपने ग्राम पंचायत कार्यालय, ब्लॉक कार्यालय, उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े अधिकारी या महिला स्वयंसहायता समूह से संपर्क कर सकती हैं.
केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना को अब उत्तर प्रदेश सरकार बड़े पैमाने पर अपने राज्य में लागू करने जा रही है. यह किसान महिलाओं के लिए निश्चित तौर पर लाभकारी कदम होगा और देश की 1 करोड़ महिलाएं आगे चलकर कई करोड़ महिलाओं को अपने साथ जोड़कर उन्हें भी रोजगार मुहैया कराएंगी.





