Animal Health Camp : पशुओं के स्वास्थ्य को ले कर समयसमय पर सरकारी और गैरसरकारी संस्थायों द्वारा अनेक गतिविधियां होती रहती हैं खासकर इस तरह की योजनाएं छोटे पशुपालकों को ध्यान में रख कर बनाई जाती हैं. इसी तरह की योजना के तहत अंगीकृत गांव तांत्या में 14 अक्तूबर को निदेशक डा. अरुण कुमार के मार्गदर्शन मे पशु स्वास्थ्य शिविर (Animal Health Camp), भेड़पालकों से चर्चा एवं शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में संस्थान के अंगीकृत 16 पशुपालकों ने कुल 400 भेड़ों और 150 बकरियों के साथ भाग लिया, जिन में से 100 बीमार भेड़ों और 30 बकरियों का उपचार किया गया.
इस कार्यक्रम में अंगीकृत पशुपालकों, किसानों और अन्य गांव वालों से उन की पशुपालन में आने वाली समस्याओं के बारे में चर्चा के दौरान संस्थान के वैज्ञानिकों ने पशुपालकों को रेवड़ में उन्नत नस्ल के महत्त्व और उस के फायदे के बारे में किसानों को बताया. साथ ही, वैज्ञानिक तरीके से पशुपालन और प्रबंधन के फायदे बताए.
इस कार्यक्रम में संस्थान में चल रहे कृत्रिम गर्भाधान तकनीक विषय पर आयोजित 10 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में आए 38 पशुधन सहायकों के साथ संस्थान के वैज्ञानिक/कर्मचारी डा. राजेश बिश्नोई, वरिष्ठ वैज्ञानिक, डा. डीके शर्मा, वैज्ञानिक और गौतम चौपड़ा, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी ने भी भाग लिया.