Animal Health : आज देशभर में खाद्यान्न तेल अनेक तिलहनी फसलों से निकाला जाता है और ढेरों ब्रांड इस क्षेत्र में मौजूद हैं. लेकिन सरसों के तेल की आज भी अपनी बादशाहत कायम है. डाक्टर भी सरसों के तेल को अन्य तेलों के मुकाबले अच्छा बताते हैं. इसलिए सरसों के तेल को औषधीय तेल भी कहा जाए तो कोई बुराई नहीं है.

सरसों का तेल मनुष्य स्वास्थ्य के साथसाथ पशुओं के लिए भी बेहद लाभदायक माना जाता है. सरसों का तेल शरीर में दर्द को कम करता है, साथ में रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है. सदियों से हमारे किसान और पशुपालक सरसों के तेल की खासियत जानते हैं और वह अपने पशुओं को सेहतमंद रखने के लिए या कोई हल्कीफुल्की पशु बीमारी होने पर नाल के जरीए पशुओं को सरसों का तेल पिलाने का काम करते थे.

आप को बता दें कि सरसों का तेल पशुओं को बीमारियों से बचाता है. सरसों के तेल में अच्छी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है. ऐसे में जब गाय भैंस का जन्म हो, तो उन्हें तब भी सरसों का तेल दिया जा सकता है.

पशु का दूध बढ़ाने में है कारगर

इस के लिए दुधारू पशुओं के लिए गेहूं के आटे में सरसों का तेल मिला कर खिलाएं. यह मिश्रण पशुओं में दूध बढ़ाने की दवा के तौर पर काम करता है. ध्यान रहे कि मिश्रण के लिए आटे व सरसों के तेल की मात्रा समान होनी चाहिए. मिश्रण को अपने दुधारू पशुओं को शाम को चारा खिलाने के बाद ही खिलाएं और इस के साथ पानी न पिलाएं. ऐसा करने से आप का पशु पहले की तुलना में अधिक दूध देगा.

सरसों का तेल दर्द में भी देता राहत

यदि आप का पशु किसी कारण से दर्द से पीड़ित है, तो आप अपने पशु को सरसों के तेल का सेवन करवाएं, सरसों के तेल से पशु को दर्द से राहत मिलेगी. इस के साथ ही, सरसों के तेल से पशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी बढ़ोतरी होती है और आप का पशु बारबार बीमार नहीं होगा.

इन दिनों मानसून भी देश भर में सक्रिय है और मानसून बारिश के साथ कई बीमारियां भी ले कर आता है. ऐसे में आप को अपने पशुओं का पहले से ही ध्यान रखना चाहिए. क्योंकि, बरसाती मौसम में पशुओं को अनेक बीमारी होने का अंदेशा रहता है. इसलिए आप भी अगर पहले से ही अपने पशु के प्रति सावधानी बरतेंगे, तो आप का पशु बीमार नहीं होगा. जिस के लिए आप अपने पशुओं को सरसों के तेल का सेवन करवाएं, जिस से की पशु में रोग से लड़ने की क्षमता बनी रहेगी और आप का पशु बीमार नहीं पड़ेगा.

सरसों का तेल पशुओं का पाचन भी ठीक करता है और उन का पेट संबंधी बीमारियों से बचाव भी होता है. उन का पाचन तंत्र मजबूत होता है. इस के अलावा जिन पशुओं को भूख नहीं लगती या किसी बीमारी से पीड़ित है, चारा नहीं खा रहा है, उस पशु को भी सरसों का तेल देने से फायदा होता है.

पशुओं को गरमी के दिनों में लू से बचाने में भी सरसों के तेल का सेवन फायदेमंद है. इस के विपरीत सर्दियों में भी सरसों का तेल पशुओं के लिए लाभकारी है. यह पशुओं का ठंड से बचाव करता है. मानसून बारिश के मौसम में भी सरसों का तेल पशुओं को बीमारियों से बचाता है.

कुल मिला कर देखा जाए तो सरसों का तेल पशुओं के लिए हर मौसम में लाभकारी है, जो उन की सेहत बनाए रखता है और दुधारू पशुओं के दूध उत्पादन में भी बढ़ोतरी करता है.

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