भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली से प्राप्त सूचना के तहत रबी सीजन के लिए पूरे देश के राज्यों में आयोजित होने जा रहे ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के लिए राजस्थान के स्टेट कोऔर्डिनेटर डा. अरुण कुमार तोमर, निदेशक केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर द्वारा 22 अगस्त, 2025 को राजस्थान सरकार के कैबिनेट कृषि मंत्री डा. किरोड़ी लाल मीना और कैबिनेट पशुपालन, फिशरीज व गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत के साथ मिल कर विस्तार से चर्चा की गई, जिस पर सभी ने अपने विभागों का किसानों के लिए पूरे सहयोग के लिए आश्वासन दिया.

स्टेट कोऔर्डिनेटर डा. अरुण कुमार तोमर द्वारा दोनों विभागों के संबंधित शासन सचिव राजन विशाल और डा. समित शर्मा को भी सहयोग व उन की फील्ड टीम की भागीदारी का निवेदन किया गया. डा. अरुण कुमार तोमर ने चिन्मयी गोपाला, कृषि कमिश्नर से मुलाकात की गई, जिन्होंने जल्दी ही राज्य स्तर की टीम बनाना और अपने विभाग को भागीदारी के साथ पूरे सहयोग के लिए आश्वासन दिया.

साथ में राजस्थान सरकार से नामित नोडल अधिकारी डा. ईश्वर लाल यादव, राजस्थान राज्य में स्थित कृषि और पशुपालन विश्वविद्यालयों के कुलगुरुओं, आईसीएआर के राजस्थान में स्थित संस्थानों के निदेशकों, क्षेत्रीय केंद्र के प्रभारियों, कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी आदि के साथ औनलाइन माध्यम से 29 अगस्त, 2025 को अविकानगर से रबी के सीजन में आयोजित होने वाले वीकेएसए कार्यक्रम की तैयारी के बारे में डा. अरुण कुमार तोमर द्वारा मीटिंग की गई.

स्टेट कोऔर्डिनेटर डा. अरुण कुमार तोमर ने औनलाइन मीटिंग में जुड़े सभी संस्थानों को अपने संबोधन में बताया कि पूर्व खरीफ अभियान की तरह इस अभियान में हम सब को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच कर उन का कृषि और पशुपालन आवश्यक समस्या, बदलते वातावरण अनुसार उपयुक्त कृषि, नवीनतम कृषि और पशुपालन उन्नत तकनीकियों को किसानो तक पहुंचाना, वर्तमान परिवेश अनुसार कृषि और पशुपालन में उद्यमिता विकास की संभावनाओं, सरकार की योजनाओं की जानकारी के साथ समीक्षा और किसानों द्वारा दिए गए सुझाव को नोट कर परिषद को अवगत करना इस कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य हैं. साथ में विकसित कृषि संकल्प अभियान के आधार पर ही आने वाले समय में किसानों की खेती और पशुपालन में पैदावार बढ़ाने के लिए पंचवर्षीय योजना भी राज्य और भारत सरकार बनाने में मददगार होंगी.

डा. अरुण कुमार तोमर ने इस अवसर पर रबी के समय बड़े कार्यक्रम अपने संस्थान स्तर पर करने का सुझाव सभी को दिया. साथ में राज्य स्तर पर बड़ी कार्यशालाएं जयपुर, भरतपुर और बीकानेर में भी आयोजित कराने का सुझाव डा. तोमर द्वारा दिया गया, जिस में रबी फसलों, प्राकृतिक खेती एवं उद्यमिता विकास और पशुपालन में सहयोग बढ़ाया जा सके. औनलाइन में जुड़े सभी अधिकारियों को अपने संस्थान के कोऔर्डिनेटर और अपने जिले के लिए कार्यक्रम बनाने का निवेदन डा. अरुण कुमार तोमर द्वारा किया गया, जिस से विकसित कृषि संकल्प अभियान में अधिक से अधिक किसानों को जोड़ा जा सके.

डा. अरुण कुमार तोमर ने बताया कि आने वाले समय में कृषि और पशुपालन की राजस्थान की आवश्यकतानुसार पंचवर्षीय योजना बनाने के लिए विकसित कृषि संकल्प अभियान उपयोगी साबित होगा.

डा. अरुण कुमार तोमर द्वारा अभी तक अपने स्तर पर किए गए प्रयास पर प्रकाश डालते हुए सभी के सक्रिय रूप से भागीदारी करने का आह्वान किया गया और सभी को अपने संस्थान स्तर पर कोऔर्डिनेटर बनाते हुए टीम के गठन पर जोर दिया. कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न संस्थानों के प्रमुखों द्वारा पिछले अभियान में आई समस्याओं से भी डा. अरुण कुमार तोमर को अवगत कराया गया.

कार्यक्रम में राजस्थान से 65 से ज्यादा अधिकारियों व कर्मचारियों ने भागीदारी करते हुए अपने विचार प्रकट किए. जोबनेर कृषि विश्वविद्यालय कुलगुरु डा. बलराज सिंह, बीकानेर के कैमल संस्थान निदेशक डा. एके पुनिया, काजरी के निदेशक डा. व्यास, अटारी जोधपुर के निदेशक डा. जेपी मिश्रा व प्रधान वैज्ञानिक डा. पीपी रोहिल्ला, सरसों अनुसंधान संस्थान के निदेशक डा. विजय वीर सिंह, अविकानगर के नोडल अधिकारी डा. लीलाराम गुर्जर व डा. राजेश बिश्नोई के साथसाथ राजस्थान के सभी केवीके अध्यक्षों ने भी इस अवसर पर उपस्थित रह कर अपने विचार प्रकट किए और स्टेट कोऔर्डिनेटर डा. अरुण कुमार को अपनी ओर से पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया.

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