Kitchen Garden Kits : भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के संस्थान केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर, तहसील मालपुरा, जिला टोंक, राजस्थान द्वारा संस्थान की अनुसूचित जनजाति उपयोजना (टीएसपी) के अंतर्गत आज 17 अक्तूबर, 2025 को बुजेट गडोली गांव मे किसानवैज्ञानिक संगोष्ठी और रबी सीजन की फसल गेहूं और किचन गार्डन (Kitchen Garden Kits) किट का वितरण निदेशक डा. अरुण कुमार तोमर की अध्यक्षता एवं मुख्य अथिति के रूप में किया गया. इस संगोष्ठी कार्यक्रम मे केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान के निदेशक डा. अरुण कुमार तोमर, सिकराय सरपंच संघ अध्यक्ष विपिन घूमना, रामकेश मीना पाटन सरपंच, भुगर्भविज्ञान प्रोफैसर डा. नरेंद्र कुमार मीना, हरनाथ पटेल, कानूराम पटेल, जेलसिंह, नोडल अधिकारी टीएसपी डा. अमर सिंह मीना, लालचंद सैनी सहायक कृषि अधिकारी गीजगढ़ और आसपास के गांवों की पंचायत के सरपंच, जनप्रतिनिधिगण ने भी भाग लिया.

संस्थान निदेशक डा. अरुण कुमार तोमर द्वारा कार्यक्रम मे उपस्थित जनजाति के लोगों को वैज्ञानिक भेड़ और बकरीपालन पर वर्तमान परिवेश और अपनी ग्रामीण परिस्थिति के अनुसार अपनाने पर जोर दिया और कहा कि बढ़ती शहरी आबादी को शुद्ध खाद्यान, सब्जियां, फल, दूध और उन से बनने वाले उत्पाद, मांसाहारी लोगों के उत्पाद आप के इन खेतों और पशुओं से ही मिलेंगे, इसलिए आप इन शुद्ध उत्पादों को पैदा कर, बाजारों तक ले जा कर और सीधे उपभोक्ता को बेच सकते हैं. इन सब में आप को एक टीम की तरह कार्य करने की जरुरत है. आप सहकारी समिति बना कर सीधे लोगों को आपूर्ति कर के अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.

Kitchen Garden Kits

भेड़बकरी पालन से अच्छा मुनाफा :

हमारे संस्थान से जुड़े बहुत लोग ‘फैमिली फार्मर’ के इस विचार पर कार्य कर रहे हैं. आप की यहां की अरावली पर्वतमाला और सार्वजनिक जगह व अपने घर की फसलों के चारे का उपयोग कर के आप अपनी इच्छा के अनुसार भेड़ और बकरी का पालन कर सकते हैं. कम समय, कम पैसे में ये छोटे पशु पल सकते हैं. आज इन का पालन एटीएम की तरह हैं, जिस से किसी भी समय बेचने पर पैसा, मांस और दुग्ध प्राप्त किया जा सकता है.

निदेशक ने आगे बताया कि 17-18 सितंबर को यहां के 60 किसानों ने हमारे संस्थान का भ्रमण किया था. यहां भेड़ और बकरी कैसे पाली जा रही हैं, यह देखा था. आप सरकार की हर कृषि और पशुपालन से जुड़ी योजनाओं का फायदा ले कर अपने खेती और पशुपालन व्यवसाय को भी इंडस्ट्री की तरह विकास कर सकते हैं. आप से मेरा निवेदन है कि मेरे संस्थान से जुड़ कर वहां की भेड़ और बकरी पालन की नवीन तकनीकी को अपनाएं.

कार्यक्रम में सरपंच संघ अध्यक्ष विपिन मीना घूमना ने अविकानगर संस्थान के निदेशक डा. अरुण कुमार को अपने क्षेत्र के लोगों के लिए अपने संस्थान की गतिविधियों से लाभान्वित करने के लिए धन्यवाद और आभार प्रकट किया व अविकानगर संस्थान के अपने भ्रमण के दौरान देखे गए संस्थान की भेड़बकरी और खरगोशपालन तकनीकियों के बारे अपने अनुभव शेयर करे.

टीएसपी उपयोजना के नोडल अधिकारी डा. अमर सिंह मीना ने बताया कि आज के कार्यक्रम में पधारे लोगों को गेहूं की डीबीडब्लू-187 (करण वंदना) और किचन गार्डन (Kitchen Garden Kits) के लिए सब्जियों की किट का वितरण किया गया.

दौसा जिले के 20 से ज्यादा गांवों के चयनित भेड़पालक और विभिन्न तहसील के गांवों में उपरोक्त बीज के प्रदर्शन जनजाति किसानों के फार्म पर लगाने हेतु वितरण किया. टीएसपी उपयोजना के कार्यक्रम में अविकानगर से आए टीएसपी सदस्यों छूटनलाल मीना और लोकेश मीना द्वारा भी कार्यक्रम आयोजन, कार्यक्रम में जनजाति किसानों को आमंत्रित करते हुए सभी जरुरी सहयोग किया गया.

कार्यक्रम समापन पर कृषि और पशुपालन पर दी गई जानकारी पर प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम भी उपस्थित जनजाति महिला एवं पुरुष किसान के लिए आयोजित किए गए, जिस के विजेता को निदेशक और अथिति ने स्टील तसला और मिनरल मिक्सचर ईंट के रूप में पुरस्कार दे कर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम मे सभी तरह के सहयोग के लिए जनजाति महिला एवं पुरुष किसानों को भी स्टील तसला और मिनरल्स मिक्सचर ईंट का वितरण समापन के बाद किया गया.

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