नई दिल्ली : 3 जुलाई 2023. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा, नई दिल्ली के अंतर्राष्ट्रीय छात्रावास ‘मधुमास’ का शुभारंभ कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किया.

इस मौके पर उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र की चुनौतियों पर विजय प्राप्त करने व इन के समाधान के साथ देशदुनिया की आवश्यकताओं की पूर्ति करने में किसानों के साथ ही हमारे कृषि वैज्ञानिकों की भूमिका महत्वपूर्ण है.

समारोह में मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 504 बिस्तरों वाले छात्रावास के शुभारंभ पर प्रसन्नता जताई और कहा कि देश में शिक्षा के बहुत से आयामों के बीच कृषि शिक्षा को चुनना एवं पूसा संस्थान में प्रवेश लेना यहां के विद्यार्थियों के जीवन की दिशा को सुखद बना देगा. उन्होंने कहा कि आज देश के करोड़ों किसानों की जबां पर भी पूसा संस्थान का नाम है और इस की अपनी ख्याति है. हम सब का प्रयास है कि देश की आजादी के अमृत काल में यह संस्थान, अंतर्राष्ट्रीय संस्थान के रूप में स्थापित हो, जिस की शुरुआत इस आधुनिक छात्रावास के शुभारंभ के साथ हो गई है.

 

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उन्होंने कहा कि कृषि का क्षेत्र हम सब के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. कृषि क्षेत्र में आज हम जिस सौपान पर खड़े हुए हैं, वहां तक पहुंचने में किसानों के साथ ही वैज्ञानिकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, लेकिन बदलते परिवेश और जलवायु परिवर्तन के दौर में और आने वाले कल में बढ़ने वाली मांग के दृष्टिगत व दुनिया की अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए निश्चित रूप से हमारी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है.

उन्होंने यह भी कहा कि एक समय था, जब हम दुनिया से सीखना चाहते थे, लेकिन आज बड़ी संख्या में अन्य देश कृषि के मामले में भारत से सीखना चाहते हैं, भारत के रास्ते पर चलना चाहते हैं, तो ऐसी स्थिति में हम सब लोगों की जिम्मेदारियां और भी बढ़ जाती हैं. दूसरे देशों को जब भी जरूरत होगी तो भारत उन की सहायता के लिए खड़ा होगा.

मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति देश में आई, जिस का समावेश कृषि शिक्षा में हो, इस के लिए काफी काम किया गया है, जो विद्यार्थियों के भविष्य को निखारने में बहुत मददगार सिद्ध होगा.

उन्होंने आगे बताया कि प्राकृतिक खेती के लिए अलग से सिलेबस तैयार कर कृषि शिक्षा में जोड़ा जा रहा है, जो निश्चित रूप से वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप होगा.

कैमिकल फर्टिलाइजर से बचते हुए, वैकल्पिक रूप से प्राकृतिक खेती व जैविक खेती को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इस से किसानी के साथ ही देश को भी हर तरह से फायदा ही होगा.

कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक व डेयर के सचिव डा. हिमांशु पाठक और आईएआरआई के निदेशक डा. अशोक कुमार सिंह ने भी विचार रखे. कार्यक्रम में अन्य अधिकारी, कर्मचारी व कृषि के विद्यार्थी भी मौजूद थे. मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर व कैलाश चौधरी ने छात्रावास प्रांगण में पौधारोपण किया एवं फूड कोर्ट का शुभारंभ भी किया. इस छात्रावास में एकल शैया वाले 400 कमरे, स्नानागार, रसोई सहित एकल शैया वाले 56 कमरे व 48 फैमिली अपार्टमेंट हैं, जिन में 504 छात्रों के रहने की व्यवस्था है. छात्रावास परिसर में व्यायामशाला, रेस्टोरेंट, सौर ऊर्जा प्रणाली, वर्षा जल संचयन प्रणाली, जनरेटर आधारित पावर बैकअप, आरओ प्रणाली आधारित पेयजल, अग्निशामक व्यवस्था, पार्किंग क्षेत्र, लिफ्ट प्रणाली जैसी सभी आधुनिक सुविधाएं हैं.

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