Training : केंद्रीय भेड़ व ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर में पिछले दिनों केंद्रीय गौवंश अनुसंधान संस्थान मेरठ उत्तर प्रदेश की अनुसूचित जाति उपयोजना में टोंक जिले के अनुसूचित जाति के किसानों को दो दिवसीय प्रशिक्षण “वैज्ञानिक पद्धति से पशुपालन” विषय पर अविकानगर के किसान हास्टल में आयोजित किया गया था.

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रूप में नेशनल ब्यूरो औफ एनिमल जैनेटिक्स रिसोर्सेज करनाल हरियाणा संस्थान के निदेशक डा. एनएच मोहन, कार्यक्रम के अध्यक्ष डा. अरुण कुमार तोमर और विशिष्ट अथिति, डा. संजीव कुमार वर्मा नोडल अधिकारी एसीएसपी उपयोजना मेरठ भी उपस्थित रहे और सभी प्रशिक्षण में भाग ले रहे किसानों को प्रमाणपत्र दिया.

इस कार्यक्रम के अध्यक्ष निदेशक डा. अरुण कुमार तोमर ने “हे शहर तेरा पेट भरते हैं मेरे गांव के खेत” कहते हुए भारत देश में बढ़ती शहरी आबादी के लिए खेती ओर पशुपालन के विभिन्न उत्पादों को कमर्शियल करते हुए सीधे उपभोक्ता तक ले जाना का सुझाव वहां मौजूद किसानों को दिया.

डा. अरुण कुमार तोमर ने आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत के लिए विभिन्न पशुपालन व खेती आधारित स्टार्टअप के विकास पर बल देते हुए वहां मौजूद किसानों को आजीविका बढ़ाने के उपाय पर चर्चा की.  इस कार्यक्रम के मुख्यअथिति निदेशक करनाल संस्थान डा. एनएच मोहन द्वारा भी देश की देशी पशु की विभिन्न नस्लों के संरक्षण पर जोर देते हुए बेहतर पशुपोषण और आवास प्रबंधन पर किसानों को फोकस करने का सुझाव दिया.

उन्होंने कहा कि  हमारे देश के पशुधन संपदा के अधिक उत्पादन के लिए वर्तमान में बेहतर प्रबंधन की जरूरत है और इसी को प्रेरित करने के लिए ही इसी तरह के कार्यक्रम हमारी भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् नई दिल्ली के विभिन्न संस्थान देशभर के किसान के लिए आयोजित कर रहे हैं. इस दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्वयक, मंच संचालन और धन्यवाद प्रस्ताव डा. मेघा पांडे, डा. राजेश बिशनोई और डा. संजीव वर्मा द्वारा किया गया.

इस कार्यक्रम में पंजीकृत 90 अनुसूचित जाति किसानों को पशुपालन उपयोगी सामानों का भी वितरण कार्यक्रम के समापन अवसर पर अथितियों द्वारा किया गया.  इस कार्यक्रम मे वित्तीय सहायता मेरठ संस्थान की एसीएसपी उपयोजना और आयोजक अविकानगर संस्थान द्वारा किया गया.

डा. संजीव कुमार वर्मा नोडल अधिकारी एसीएसपी उपयोजना मेरठ ने उपस्थित किसानों को बताया कि आगे भी भविष्य में टोंक जिले के गाय पालक किसानों के लिए केंद्रीय गौवंश अनुसंधान संस्थान मेरठ इसी तरह के कार्यक्रम अविकानगर निदेशक डा. अरुण कुमार तोमर के मार्गदर्शन मे आयोजित करता रहेगा.

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन के अवसर पर अविकानगर संस्थान के डा. गणेश सोनवणे, डा. अजय कुमार, डा. लीलाराम गुर्जर, डा. सत्यवीर सिंह डागी, डा. अरविंद, डा. रंगलाल मीना, गौतम चोपड़ा और तकनीकी कर्मचारियों के साथ वेटरनरी इंटर्नशिप भी उपस्थित रहते हुए किसानों किसानो से संवाद किया.

अविकानगर संस्थान की अविशान भेड़ के रजिस्ट्रेशन के लिए करनाल के निदेशक डा. मोहन ने अविशान के सेक्टर्स के साथ किसानों के द्वार भ्रमण करते हुए उस की एक से ज्यादा मेमने पैदा करने की क्षमता को निदेशक डा. अरुण कुमार तोमर द्वारा दिखाया गया.

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