Grain Storage : नौतपा की विदाई पर अंगारे बरसाता आसमान और बीचबीच में अंगड़ाई लेती बदलियां सुकून के छींटे देती प्रतीत हो रही थीं. अवसर था विकसित कृषि संकल्प अभियान का और जगह थी ग्राम पंचायत हींता का विशाल परिसर. पूरे परिसर के धवल शामियाने के नीचे महिलापुरुष किसानों का हुजूम मन लगा कर कृषि वैज्ञानिकों की बातों को सुन और समझ रहा था. निश्चित ही किसानों को खरीफ 2025 में अच्छे उत्पादन लेने की उम्मीद भी थी.
सच कहें तो पूरे परिसर में उत्वसी माहौल था. हो भी क्यों नहीं, हींता पंचायत समिति भींडर का वह खुशहाल गांव है जिसे प्रदेश के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे की पहल पर महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने 3 वर्ष के लिए गोद ले रखा है. इस मौके पर चटकीली धूप के बावजूद महिलाओं का हुजूम अंत तक डटा रहा. एमपीयूएटी ने भी खुल कर किसानों को भरपूर सहयोग किया.
अनाज भंडारण कोठियां, स्प्रेयर मशीन मुफ्त मिलीं :
भारतीय तिलहन अनुसंधान संस्थान (आईआईओआर) हैदराबाद की ओर से तिलहन फसलों को बढ़ावा देने के लिए गांव की 50 अनुसूचित जाति की महिलाओं को अनाज भंडारण के लिए अनाज भंडारण कोठियां मुफ्त प्रदान की गईं. 2 क्विंटल अनाज भंडारण क्षमता वाली कोठी पा कर महिलाएं भी खुश थीं. इस के अलावा 15 कृषकों को स्प्रेयर मशीन और 10 किसानों को सोयाबीन प्रदर्शन के लिए बीज का वितरण किया गया.
कुलपति डा. अजीत कुमार कर्नाटक ने प्रतीकात्मक तौर पर महिला किसान कंचन बाई मेघवाल को कोठी, कृषक मिट्ठूलाल को स्प्रेयर मशीन (पौध संरक्षण यंत्र) और दूदाराम मेघवाल को 30 किलो सोयाबीन का उन्नत बीज जेएस 20-116 प्रदान किया.
इस पर खुशी से उतावली हुईं सभी महिलाएं अपनीअपनी अनाज भंडारण कोठियों के पास खड़ी हो गईं. पूरे परिसर में कतारबद्ध कोठियों के अंबार के पास खड़ी महिलाओं के साथ कुलपति डा. कर्नाटक, अनुसंधान निदेशक डा. अरविंद वर्मा, डा. आरएल सोनी, डा. लतिका व्यास ने फोटो खिंचवाए. महिलाएं विश्वविद्यालय के शीर्ष अधिकारियों के साथ फोटो खिंचवा कर खूब प्रफुल्लित दिखीं. सुबह 11 बजे ’कृषक संवाद और गोष्ठी’ के रूप में शुरू हुआ कार्यक्रम शाम 6 बजे तक चला.
दरअसल पूरे देश का कृषि तंत्र दिनांक 29 मई से शुरू हुए विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत प्री खरीफ अभियान चला कर किसानों से संपर्क साधने में लगा है. राजस्थान में कृषि विज्ञान केंद्रों की टीम, कृषि विभाग, एनबीएसएस, उद्यान विभाग के शीर्ष व फील्ड अधिकारी रोजाना गांवगांव जा कर किसानों से संपर्क कर उन्हें खरीफ में की जाने वाली गतिविधियों के बारे में जानकारी देने में जुटे हैं. यह अभियान 12 जून, 2025 तक जारी रहेगा. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री भारत सरकार शिवराज सिंह चैहान ने देशभर में उत्सवी अभियान चला कर किसानों तक सीधी पहुंच की संकल्पना को साकार रूप दिया है. इसी क्रम में एमपीयूएटी के अधीन 8 केवीके की टीमें पूरे अभियान के दौरान लगभग 60 हजार किसानों तक पहुंचेंगी.